इंडियन वुमंस टीम वर्ल्ड कप सेमीफाइनल हारी, हारने के बाद रो पड़ीं कैप्टन हरमनप्रीत

टी-20 वर्ल्ड में गुरुवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल हारने के बाद इंडियन वुमंस टीम की कैप्टन हरमनप्रीत रो पड़ी थीं। पूर्व कप्तान अंजुम चोपड़ा मैच के बाद उनसे मिलने आईं तो हरमनप्रीत उनसे लिपट गईं। हालांकि बाद में खुद को संभाला।
हरमनप्रीत ने मैच के बाद प्रेजेंटेशन में चश्मा पहन रखा था। उन्होंने कहा, "मैं नहीं चाहती देश मेरे आंसू देखे। अगर मैं अंत तक क्रीज पर रहती तो हम मैच जीत जाते। अगर मेरा बैट क्रीज में न फंसता तो वह रन आसानी से हो जाता। हम एक ओवर पहले मैच जीत जाते। ऋचा और दीप्ति क्रीज पर थीं। मुझे भरोसा था। पूरे टूूर्नामेंट में ऋचा ने शानदार बल्लेबाजी की है। पर 7-8 खाली गेंदों ने मैच पलट दिया।"
साउथ अफ्रीका के केपटाउन में खेले गए सेमीफाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 173 रन का टारगेट दिया था। भारत 33 पर 3 विकेट खो चुकी थी पर हरमनप्रीत और जेमिमा रोड्रिग्स के बीच 69 रन की पारी से भारत जीत की ओर बढ़ती दिख रही थी।
लेकिन जेमिमा के विकेट के बाद हरमनप्रीत दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से रनआउट हो गईं। आसान रन लेते वक्त उनका बैट क्रीज में फंस गया था। भारत को इस मैच में 5 रन से हार मिली।
अंजुम चोपड़ा बोलीं- हरमन शायद सेमीफाइनल खेलती भी नहीं, पर वो पैर पीछे खींचने वालों में नहीं
अंजुम चोपड़ा ने कहा, "मैं टीम की कप्तान को बाहर से सहानुभूति देना चाहती थी। बाहर से तो सहानुभूति ही दे सकती हूं। उसके लिए भावुक पल था। बहुत बार भारतीय टीम सेमीफाइनल पहुंची और हारी है।
मैंने बहुत बार ऐसा देखा है। मैंने देखा है कि उसने अपने स्वास्थ्य और चोटों से लड़ाई लड़ी है। शायद वो सेमीफाइनल खेलती नहीं। वो हरमनप्रीत कौर है और ये विश्वकप सेमीफाइनल था। वो एक कदम पीछे लेने वाले खिलाड़ियों में से नहीं है, एक कदम आगे लेने वाले खिलाड़ियों में से है।
आज मैच से पहले वो खुद को उस स्थिति में ला सकी कि 20 ओवर फील्डिंग की। पूरे मैदान पर दौड़ी। हरमनप्रीत ने उम्मीद जगाई। 5 रन बहुत ज्यादा भी होते हैं और बहुत कम भी होते हैं। जिस स्थिति में मैच था, मैं समझ सकती हूं कि उसकी स्थिति क्या होगी।"