मध्य प्रदेश में विधायक भी विधानसभा चुनावों की तैयारियों में जुट गए हैं। विधायक और संभावित उम्मीदवार अपने-अपने क्षेत्र में बाबाओं को बुला रहे हैं। इसी कड़ी में सीहोर वाले पंडित प्रदीप मिश्रा की शिवपुराण कथा का आयोजन 10 से 14 जून तक अन्ना नगर क्षेत्र के दशहरा मैदान में किया जाएगा। यह प्रदीप मिश्रा की भोपाल में पहली शिवपुराण कथा बताई जा रही है। आयोजन से जुड़े सूत्रों का कहना है कि विशाल पंडाल बनाया जा रहा है। पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा को सुनने के लिए हजारों की संख्या में महिलाएं और बुजुर्ग भी पहुंचते हैं। उनकी सुविधा के लिए तमाम इंतजाम किए जाएंगे।  

चलाई चाय की दुकान चलाते थे प्रदीप मिश्रा 

पंडित प्रदीप मिश्रा एक साधारण गरीब परिवार से हैं। पिता के परिवार में कुछ लोग सरकारी नौकरी में रहे, लेकिन पिता अधिक पढ़ नहीं सके। ठेले पर चना बेचते थे। जब प्रदीप मिश्रा का जन्म हुआ तब दाई को देने के लिए पैसे तक नहीं थे। उनका जन्म आंगन में तुलसी के पेड़ के पास के ओटले पर हुआ। उन्होंने कभी चने का ठेला लगाया, चाय की दुकान चलाई और साइकिल पर एजेंसी का काम किया। साथ में पढ़ते भी रहे। पंडित मिश्रा बताते हैं कि सीहोर में एक महिला ने श्रीमद भगवत गीता कराने का संकल्प लिया था। उसके पास पैसे नहीं थे। तब उन्होंने कथा कराई। बाद में दीक्षा लेने इंदौर गए। वहां गुरुजी ने उन्हें धोती पहनना सिखाया। एक छोटी-सी पोटली भी थमाई। कहा कि तुम्हारे पंडाल कभी खाली नहीं रहेंगे। उनकी सदा कृपा रही। गोवर्धन की परिक्रमा करने लोकल डिब्बे में ही चले जाते थे। वहां चकलेश्वर महादेव मंदिर है। उनकी ही कृपा है कि आज मैं इस जगह पहुंच चुका हूं। 

20 लाख रुपये तक लेते हैं एक कथा का

पंडित प्रदीप मिश्रा इस समय देश के सबसे महंगे कथावाचकों में से एक हैं। वह एक कथा के करीब 20 लाख से 40 लाख रुपये लेते हैं। सीहोर जिले के चितावली हेमा ग्राम में उनका कुबेरेश्वर धाम साकार हो रहा है। यहां हाल ही में रुद्राक्ष वितरण शुरू किया गया है। इसके लिए भी पंडित प्रदीप मिश्रा को लाखों रुपये का दान हर महीने मिलता है। उनके भक्त न केवल मध्य प्रदेश में बल्कि महाराष्ट्र, यूपी, बिहार और अन्य राज्यों में भी हैं।