Business

नेक्स्ट्रा बाय एयरटेल ‘आरई100’ में शामिल, 2031 तक 100% नवीकरणीय ऊर्जा के साथ नेट-जीरो कंपनी बनने की प्रतिबद्धता

नेक्स्ट्रा बाय एयरटेल ‘आरई100’ में शामिल होने वाला भारत का पहला डेटा सेंटर और 14वीं भारतीय कंपनी बनी।
– 2031 तक नेट-जीरो कंपनी बनने के लिए नेक्स्ट्रा की प्रतिबद्धता को मजबूत किया।

गुरुग्राम: भारत की अग्रणी डेटा सेंटर कंपनियों में से एक, ‘नेक्स्ट्रा बाय एयरटेल’, ने ‘आरई100’ पहल में शामिल होकर नवीकरणीय ऊर्जा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को और मजबूत किया है। यह पहल कार्बन डिस्क्लोज़र प्रोजेक्ट (सीडीपी) के साथ साझेदारी में क्लाइमेट ग्रुप द्वारा चलाई जाती है, जिसका उद्देश्य 100% बिजली की आपूर्ति नवीकरणीय स्रोतों से प्राप्त करना है।

इस कदम के साथ, नेक्स्ट्रा भारत का एकमात्र डेटा सेंटर संगठन बन गया है जिसने ‘आरई100’ के समक्ष 2031 तक नेट-जीरो बनने का वचन दिया है। इसके साथ ही, नेक्स्ट्रा ऐसी प्रतिबद्धता देने वाली 14वीं भारतीय कंपनी बन गई है।

कंपनी ने अब तक 422,000 मेगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा के लिए अनुबंध किए हैं और वित्त वर्ष 2023-24 में पावर परचेज एग्रीमेंट्स (PPAs) और कैप्टिव सोलर रूफटॉप प्लांट्स के माध्यम से ऊर्जा प्राप्त करके ~156,595 tCO2e उत्सर्जन को रोका है।

आशीष अरोड़ा, सीईओ — ‘नेक्स्ट्रा बाय एयरटेल’ ने कहा, “हम पर्यावरण के प्रति जिम्मेदार ब्रांड हैं और स्वच्छ ऊर्जा विकल्पों को तेजी से अपना रहे हैं। 2031 तक नेट-जीरो बनने की दिशा में हम मजबूत कदम उठा रहे हैं और 100% नवीकरणीय ऊर्जा की आपूर्ति की प्रतिबद्धता के साथ ‘आरई100’ पहल का हिस्सा बनकर गर्व महसूस कर रहे हैं।”

अतुल मुदलियार, निदेशक, क्लाइमेट ग्रुप – इंडिया ने कहा, “डेटा सेंटर बहुत अधिक ऊर्जा का उपयोग करते हैं, लेकिन यह बात अनदेखी की जाती है कि इनका पर्यावरण पर कितना नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। नेक्स्ट्रा को अपने कार्बन फुटप्रिंट कम करने के लिए सर्वोत्तम प्रथाएं अपनाते देखना प्रेरणादायक है।”

‘नेक्स्ट्रा बाय एयरटेल’ अपने कारोबार का संचालन सस्टेनेबिलिटी को अपना मूलमंत्र बनाकर करती है। अपने प्रयासों के तहत कंपनी ने तकनीकी नवाचार और परिचालन उत्कृष्टता के माध्यम से कई कार्यक्रमों को लागू किया है। इसका उद्देश्य परिचालन दक्षता और पर्यावरणीय स्थिरता सुनिश्चित करना है, जिससे वित्त-वर्ष 2031 तक कार्बन उत्सर्जन नेट-जीरो किया जा सके।

Related Articles