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मध्यप्रदेश की ऐतिहासिक धरोहरों के वर्चुअल रियलिटी वीडियो ने डेलीगेट्स को किया उत्साहित

भोपाल: नई दिल्ली के भारत मंडपम में चल रहे यूनेस्को विश्व धरोहर समिति के 46वें सत्र के दौरान मध्यप्रदेश पर्यटन का एग्जीबिशन आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। सत्र के तीसरे दिन भी बड़ी संख्या में विदेशी प्रतिनिधियों ने एग्जीबिशन का भ्रमण किया। वर्चुअल रियलिटी डिवाइस के माध्यम से सांची, ओंकारेश्वर, महेश्वर, भेड़ाघाट, खजुराहो और उज्जैन जैसी ऐतिहासिक धरोहरों को देखकर डेलीगेट्स उत्साहित हो गए।

जापान से आई सुश्री मायो ने कहा, “वर्चुअल डिवाइस के माध्यम से सांची स्तूपा देखा। मुझे सच में लगा कि मध्यप्रदेश पहुंच गई हूं, यह एक अद्भुत अनुभव था।” बुरकिना फासो के डॉ. हामा ने बताया, “मध्यप्रदेश में खजुराहो के बारे में काफी पढ़ा और सुना है। एग्जीबिशन के माध्यम से दूसरे गंतव्यों की जानकारी भी मिली।”

**म.प्र. के विशेष सत्र के लिए उत्सुकता**

मध्य प्रदेश द्वारा नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ अर्बन अफेयर्स (NIUA) और ASI के साथ मिलकर 24 जुलाई को शहरी विरासत और HUL की सिफ़ारिश पर केंद्रित एक विशेष सत्र आयोजित किया जा रहा है। विदेशी प्रतिनिधियों ने इस सत्र में विशेष रूचि दिखाई है। कनाडा, अमेरिका, फ्रांस, यूएई, सिंगापुर, मलेशिया, पाकिस्तान, चीन, दक्षिण कोरिया, नेपाल और बांग्लादेश से प्रतिनिधियों ने इस सत्र में सम्मिलित होने की इच्छा जताई है।

इस सत्र के दौरान एक पैनल डिस्कशन होगा, जिसमें प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति विभाग और प्रबंध संचालक, म.प्र. टूरिज्म बोर्ड श्री शिव शेखर शुक्ला, नगरीय विकास एवं आवास विभाग के प्रमुख सचिव श्री नीरज मंडलोई, राजस्थान पर्यटन विभाग की प्रमुख सचिव सुश्री गायत्री राठौर और अहमदाबाद नगरनिगम उपायुक्त श्री राम्या कुमार भट्ट शामिल होंगे। इस चर्चा की मॉडरेटर यूनेस्को की संस्कृति प्रमुख, भारत, सुश्री जुन्ही हान होंगी।

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