Madhya Pradesh

आम आदमी पार्टी ने मध्यप्रदेश में शुरू किया ” मोदी हटाओ, देश बचाओ” पोस्टर अभियान

भोपाल । आम आदमी पार्टी ने मोदी सरकार को तानाशाह बताते हुए सरकार की तानाशाही के खिलाफ मोर्चा खोलने का ऐलान प्रदेश की राजधानी से गांधी भवन में स्थित प्रेस वार्ता आयोजित कर किया। प्रेस वार्ता के माध्यम से मोदी सरकार के खिलाफ आम आदमी पार्टी के प्रतिनिधि द्वारा जो राजनीतिक बयान दिए गए हैं, वे उनके विचार हैं। इससे जुड़े विवादों और राजनीतिक टकरावों को समझना बहुत मुश्किल होता है। हालांकि, आम आदमी पार्टी ने मोदी सरकार की तानाशाही के विरोध में अपनी बात कही है। 

आप प्रदेश अध्यक्ष रानी अग्रवाल ने सरकार को चुनौती देते हुए कहा कि देखते हैं कि तुम्हारी एफआईआर, पुलिस और जेल में कितनी ताकत है, आज से आम आदमी पार्टी प्रदेश के कोने-कोने में “मोदी हटाओ, देश बचाओ” का पोस्टर लगाने जा रही है। जब चप्पे-चप्पे पर “मोदी हटाओ, देश बचाओ” के पोस्टर लगेंगे, जेलें भर जाएगी पर मां भारती को बचाने के लिए सीना और हाथ कम नहीं होंगे। आप प्रदेश अध्यक्ष ने सरकार पर सवाल खड़ा किया कि जहां-जहां प्रधानमंत्री मोदी गए, वहां-वहां अडानी का साम्राज्य विकसित करते रहे, जब तक देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रहेंगे, क्या मोदी जी अडानी की जांच करा सकते हैं?

देश की आवाज को कुचला
महासचिव रोहित गुप्ता ने कहा कि आजादी की लड़ाई में शहीद होने वाले हमारे वीरों को सलाम। उनके सपने को पूरा करने का काम आज हम सबको संयम, संघर्ष और सहयोग से करना होगा। आज के समय में देश को शिक्षित और सशक्त बनाने का सफर अभी भी जारी है और हम सबको इसमें सहयोग करना होगा।
 आज भी देश की आवाज को कुचला जा रहा है और कुछ लोगों की आवाज सबसे ज़्यादा ऊपर हो रही है। हम सबको इस बात का आंदोलन करना होगा कि सभी को अपनी आवाज के समान हक़ है और सभी को समान विकल्प मिलने चाहिए।
हमें देश के सभी वर्गों को आर्थिक विकास के समान अवसर देने और सबको समान उपलब्धियों के साथ आगे बढ़ना होगा। देश को आगे ले जाने के लिए हमें अभिशाप और अलगाव के स्थान पर सबका साथ मिलकर आगे बढ़ना होगा।
देश के संविधान की उड़ाई धज्जियां
प्रदेश सचिव किमान नेता अमित भटनागर ने कहा कि आज देश के संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। देश में ऐसी स्थिति है जहाँ अलग-अलग वर्गों के लोगों के अधिकारों पर हमला किया जा रहा है। देश के संविधान और न्याय प्रणाली को समझे बिना, विपक्ष या सत्ता के लोगों को फर्जी मुकदमों में फंसाने का प्रयास करना, देश की नैतिकता को दागा देने वाली है।
देश के किसानों के साथ हो रही जो असंतोष है, उन्हें सुनना बहुत जरूरी है। सरकार को उनके मुद्दों पर ध्यान देना चाहिए और उनके हकों को समझना चाहिए।
देश के छात्रों को आतंकवादी और देशद्रोही कहना बहुत गंभीर मामला है। छात्रों को अपने विचार व्यक्त करने और व्यापक दृष्टिकोण वाले नेतृत्व में शामिल होने का अधिकार होता है। उन्हें गारंटी दी जानी चाहिए कि उनकी स्वतंत्रता और मतदान के अधिकार का पूरा समर्थन किया जाए।
मजदूरों के अधिकारों को समझना हमारी जिम्मेदारी है। उन्हें न्यायपूर्ण वेतन, सुरक्षित और स्वस्थ रहने का अधिकार है।

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