Madhya Pradesh

चौपट राज, चौपट सरकार और चौपट मप्र : कमलनाथ


शिवराज जी अब शिलान्यास मशीन भी बन गये हैं: कमलनाथ

  बालाघाट/ भोपाल । मध्यप्रदेश में सब खस्ताहाल है। हर वर्ग परेशान है। चौपट राज, चौपट सरकार और चौपट मध्य प्रदेश, ये हालिया तस्वीर है। उन्होने कहा कि अब जनता समझ रही है कि उनके साथ कितना बड़ा धोखा हुआ है और बीजेपी जितना भी प्रलोभन दे, अब लोगों पर उसका कोई असर नहीं होने वाला है। ‘आज प्रदेश में किसान, नौजवान और छोटा व्यापारी सब परेशान है। भारतीय जनता पार्टी की सरकार प्रलोभन देकर जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रही है। 18 साल इनको बहनें, किसान, नौजवान याद नहीं आये और चुनाव के पांच महीने पहले अपने पाप धोने के लिए ये सब घोषणाएं की जा रही है। लेकिन मुझे मध्य प्रदेश के मतदाताओं पर पूरा विश्वास है कि वो इसका भविष्य सुरक्षित रखेंगे।’ 

ये चुनाव केवल विकास का नहीं है बल्कि इस चुनाव से ये मुद्दा भी जुड़ा हुआ है कि हम प्रदेश को किस रास्ते पर ले जाना चाहते हैं, इसका कैसा भविष्य चाहते हैं। पेसा कानून की शुरुआत में ही घोटाला शुरु हो गया है और बीजेपी इसका सिर्फ राजनीतिक लाभ उठाना चाहती है, वो आदिवासियों के हित में काम नहीं कर रही। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आज बालाघाट के परसवाड़ा की पावन भूमि पर भगवान बिरसा मुंडा एवं रानी अवंती बाई लोधी को प्रणाम करते हुये आयोजित पत्रकार वार्ता और जनसभा को संबोधित करते हुये उक्त बातें कहीं।

 कमलनाथ ने कहा कि बालाघाट हमेशा से ही मेरे परिवार का अंग है, हर बार यहां आकर बहुत खुशी होती है, परंतु 18 वर्षों के भारतीय जनता पार्टी के शासनकाल में बालाघाट और परसवाड़ा का बुरा हाल देखकर बहुत दुख भी होता है, 2018 में वोटों के आधार पर हमारी सरकार बनी थी, जिसे 2020 में नोटों के बलबूते पर छल पूर्वक गिरा दिया गया। मात्र 1 महीने की हम अपनी सरकार में बहुत से काम कर पाये और हमने सरकार में रहते हुए एक नई शुरुआत की थी, कृषि क्षेत्र में क्रांति की शुरुआत की थी, अकेले बालाघाट जिले में हमने 85000 किसानों का कर्जा माफ किया था, हमारे किसान भाइयों को खाद बीज के लिए लाइनों में ना लगना पढ़े, भटकना ना पड़े, यह हमारी सोच थी। आज मैं देखता हूं प्रदेश का किसान प्रदेशभर में परेशान है, चाहे खाद-बीज के लिए हो या फसलों की उचित मूल्य के लिए, बालाघाट धान पैदा करने वाला जिला है। 

 श्री कमलनाथ ने कहा कि पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र में धान का भाव क्या है और अपने बालाघाट में धान का क्या भाव मिल रहा है? मेरे किसान भाइयों में कहना चाहता हूं कि चिंता मत करिएगा 5 महीने बाद कांग्रेस की सरकार बनेगी और धान का भाव समर्थन मूल्य पर अवश्य मिलेगा। उन्होंने कहा कि ‘नारी सम्मान योजना’ को बहुत अच्छा रिस्पांस मिल रहा है और जनता को उनपर विश्वास है। उन्होने कहा कि इस चुनाव में ‘विश्वास’ एक बड़ा मुद्दा होगा और जनता को उनपर विश्वास है ये वो जानते हैं।

श्री कमलनाथ ने कहा कि मुझे आज हमारे नौजवानों की सबसे ज्यादा चिंता है। मैं देखता हूं कि बालाघाट जिले का नौजवान आज काम की तलाश में महाराष्ट्र जा रहा है, छत्तीसगढ़ जा रहा है। बड़ी संख्या में बालाघाट जिले से मजदूरों का पलायन होता है, क्या यही है भारतीय जनता पार्टी के 18 वर्षों के कार्यकाल का नतीजा कि आज हमारे अपने लोगों को काम की तलाश में दूसरे राज्यों में भटकना पड़ रहा है? आने वाले 5 महीने में चुनाव है और शिवराज सिंह को अब बहनें याद आ गई, बेरोजगार नौजवान याद आ रहे हैं, किसान याद आ रहे हैं। शिवराज सिंह तो झूठ की मशीन हैं, घोषणाओं की मशीन हैं और अब तो वे शिलान्यास की मशीन भी बन चुके हैं। इसलिए उन्हंे यह सब याद आ रहा है, क्योंकि वह अपने 18 वर्षों के पाप धोना चाहते हैं।

 कमलनाथ ने कहा कि अपना बालाघाट एक आदिवासी क्षेत्र है और आदिवासी भाइयों सुन लीजिए, भाजपा की असलियत, आदिवासी प्रदेश होने के बावजूद देशभर में सबसे ज्यादा आदिवासियों के खिलाफ अपराध और अत्याचार मध्यप्रदेश में होता है। पेसा कानून बने हुए 17 साल हो गए, इतने समय बाद इन्हें अब याद आई पैसा कानून को लागू करने की। पेसा कोऑर्डिनेटर भर्ती घोटाला सामने आया, जिसमें भाजपा ने आदिवासी वर्ग के अधिकारों का हनन कर अपने चहेतों को भर्ती कर

के किया। 

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