Madhya Pradesh

.धीरेन्द्र शास्त्री हैहयवंशियों से माफी मांगें नहीं तो देश भर में कराएंगे एफआईआर- ताम्रकार


सीहोर ।
श्री राजराजेश्वर सहस्त्रार्जुन हमारे आराध्य हैं हम उनकी संतान हैं। हमारे आराध्य सुदर्शन चक्र के अवतार हैं उन्होंने भगवान श्रीराम के पहले रावण को पराजित किया। उनको जानें बिना यदि कोई उन्हें अतिचारी बलात्कारी कहे तो वे निंदनीय हैं। 

कथावाचक धीरेन्द्र शास्त्री ने भगवान श्री परशुराम जयंती पर भगवान श्री राजराजेश्वर को लेकर अनर्गल व अपमानजनक शब्दों का उल्लेख किया। वे चौबीस घंटे में माफी मांगें अन्यथा पूरे देश में उनके विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई जाएगी और विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। 

यह बात बुधवार को सीहोर में अखिल भारतीय हैहयवंशीय क्षत्रिय केंद्रीय संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामनारायण ताम्रकार ने कही। उन्होंने कहा कि कथा वाचक धीरेन्द्र शास्त्री ने भगवान श्री राजराजेश्वर को लेकर जो अपमान जनक मिथ्या टिप्पणी की है जिससे पूरा हैहयवंश क्षुब्ध हुआ है। 

हमारी सबकी भावनाओं पर ठेस पहुंची है। धीरेन्द्र शास्त्री जी को बोलने से पहले मत्स्य पुराण, हरिवंश पुराण, नारद पुराण का अध्ययन करना चाहिए। इसमें भगवान सहस्त्रबाहु राजकाज और उनके प्रताप की जानकारी उन्हें मिल जाती। 

हैहयवंशी क्षत्रिय समाज पूरे देश में हिंदुत्व और सनातनी कार्य क्षेत्र में हमेशा आगे रहता है। उसी समाज के लिए एक सनातनी ऐसी बात कहे यह कितना दुर्भाग्यपूर्ण है।

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