Madhya Pradesh

चुनाव आयोग लोकसभा चुनाव की तैयारि‍यां शुरू

 चुनाव आयोग की तैयारियां (Election Commission’s preparations)

 नई दिल्ली । चुनाव आयोग ने 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए तैयारियों की शुरुआत कर दी है। चुनाव आयोग ने 8.92 लाख वोटर वेरिफाईबल पेपर आडिट ट्रेल (वीवीपीएटी) मशीनों के क्रय के आदेश जारी किए हैं। ये मशीनें अगले आम चुनाव में उपयोग में लाई जाएंगी। इसके साथ ही, चुनाव आयोग ने पहले से ही 2.71 लाख एम 2 मॉडल वीवीपैट मशीनों को कार्यमुक्त करने का फैसला लिया है।

वीवीपीएटी मशीनें चुनाव में वोटों को गिनती करने के लिए उपयोग की जाती हैं। ये मशीनें वोटों को वेरिफाई करने के लिए इस्तेमाल की जाती हैं जिससे वोटों की सटीकता बढ़ जाती है। इससे न ही कोई वोट गिनती में छूट जाता है और न ही कोई बाहरी हथियार का इस्तेमाल होता है।

इस विवरण से यह भी साफ होता है कि चुनाव आयोग इस बार कुछ नए तकनीकों के इस्तेमाल पर जोर दे रहा है जिससे वोटों की सटीकता बढ़ाई जा सके।

चुनाव आयोग वीवीपैट मशीनों की मरम्मत और अपग्रेड कर रहा है

चुनाव आयोग वीवीपैट मशीनों के एम 3 और एम 2 एम 3 संस्करणों का उपयोग बढ़ा रहा है। इससे इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों के द्वारा चुनावों के आयोजन में अधिक सुविधा और अधिकतम निष्पक्षता सुनिश्चित हो सकती है।

वीवीपैट मशीनों की मरम्मत और अपग्रेड करने का अंतिम लक्ष्य इन मशीनों को अधिक सुरक्षित बनाना होता है जिससे वोटर्स के वोट की सुरक्षा और निष्पक्षता सुनिश्चित होती है।

चुनाव आयोग के इस पहल के माध्यम से, वोटर्स को वोट करने में अधिक सुविधा मिलेगी और इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों के द्वारा चुनाव का समय भी कम होगा।

इससे चुनावों के निष्पक्षता और उन्नतता में सुधार होने की संभावना होती है।

वीवीपैट मशीनें इस दौर में मतदान प्रक्रिया के लिए एक महत्वपूर्ण उपकरण हैं। यह मशीनें उच्च स्तर की सुरक्षा और सटीकता सुनिश्चित करती हैं, जो मतदाताओं को विश्वास दिलाती है कि उनका वोट सही ढंग से हिसाब किया जाएगा। इससे वे मतदान प्रक्रिया में भाग लेने के लिए उत्सुक होते हैं और विश्वास के साथ अपना मत देते हैं।

वीवीपैट मशीनों के उन्नत संस्करणों की तैनाती से एक और फायदा होगा कि यह मशीनें डेटा को संग्रहित करने में भी सक्षम होंगी। इससे वोटिंग की जानकारी को सुरक्षित रखना आसान होगा और उसे भविष्य में भी सही ढंग से उपयोग किया जा सकेगा।

आयोग की इस पहल के माध्यम से, मतदान प्रक्रिया को सुगम बनाने वाले और सुरक्षित बनाने वाले तकनीकी संविधानों का उपयोग करके वोटर्स को सही ढंग से लोकतंत्र में भाग लेने में मदद मिलेगी।

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