Madhya Pradesh

कर्नाटक में कर्मचारियों के मत से बनी सरकार

भोपाल। कर्नाटक राज्य में ओ पी एस की मांग कर रहे कर्मचारियों के शत प्रतिशत मतदान करने से सरकार बनी है कर्नाटक राज्य के कर्मचारियों ने ओ पी एस

के समर्थन में 72 प्रतिशत मतदान किया था कर्नाटक के 600000 कर्मचारियों ने अपने परिवार मित्रों रिश्तेदारों तथा समर्थकों के साथ बड़ी तादाद में

 (ओ पी एस .) पुरानी पेंशन योजना की मांग के पक्ष

 में मतदान किया हैजिसके परिणाम सामने हैं मध्य प्रदेश के कर्मचारियों ने कर्नाटक राज्य के ओ पी एस पुरानी पेंशन योजना के लिए संघर्ष करने वाले कर्मचारियों को ओ पी एस लागू करने की घोषणा करने वाली सरकार बनाने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया। साथ ही मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर मांग की है कि पंजाब हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक के निर्णय को देखते हुए मध्यप्रदेश में तत्काल एनपीएस के स्थान पर ओ पी एस पुरानी पेंशन योजना लागू करने के आदेश जारी करें।

मध्यप्रदेश कर्मचारी मंच के प्रांत अध्यक्ष अशोक पांडे ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि देश में पंजाब हिमाचल राज्य के बाद कर्नाटक तीसरा राज्य है जहां कर्मचारियों ने ओ पी एस के पक्ष में शत प्रतिशत मतदान करके ओ पी एस लागू करने वाली सरकार बनाई है राजस्थान छत्तीसगढ़ पंजाब हिमाचल के बाद अब कर्नाटक में भी कर्मचारियों को ओ पी एस पुरानी पेंशन योजना का लाभ मिलना सुनिश्चित हो गया है आगामी दिनों में 3 राज्य राजस्थान छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में भी चुनाव होना है छत्तीसगढ़ एवं राजस्थान में सरकार कर्मचारियों के लिए ओ पी एस पुरानी पेंशन योजना लागू कर चुकी है लेकिन मध्यप्रदेश सरकार ने अभी तक ओ पी एस पुरानी पेंशन योजना लागू करने की दिशा में कोई निर्णय नहीं लिया है मध्य प्रदेश सरकार राजस्थान छत्तीसगढ़ हिमाचल एवं कर्नाटक सरकार का अनुसरण करते हुए मध्यप्रदेश में भी ओ पी एस पुरानी पेंशन योजना लागू करने के आदेश जारी करें मध्य प्रदेश के 10 लाख कर्मचारियों ने निर्णय लिया है कि स्वयं उसका परिवार मित्र रिश्तेदार भी अगले चुनाव में ओपीएस पुरानी पेंशन योजना के पक्ष में मतदान करेगा मांग करने वाले कर्मचारी नेता अशोक पांडे कामरेड बीके शर्मा कामरेड रामराज तिवारी गिरीश तिवारी अनिल बाजपेई उमाशंकर तिवारी लवप्रकाश पाराशर हरि सिंह गुर्जर आरपी वर्मा सुनील पाठक श्याम बिहारी सिंह भागीरथ विश्वकर्मा प्रेम नारायण सिंह सत्येंद्र पांडे शिवप्रसाद सांगुले भगवानदास बिल्लोरे श्याम लाल विश्वकर्मा चांद सिंह भूपेंद्र पांडे भानु प्रताप सिंह हरि सिंह सोलंकीआदि शामिल है।

                            

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