Madhya Pradesh

भारत हिंदू राष्ट्र बनेगा : धीरेंद्र शास्त्री

 वर्तमान के सनातनी को शस्त्र और शास्त्र दोनों की जरूरत

बागेश्वर धाम वाले पंडित धीरेंद्र शास्त्री

भोपाल । भगवान परशुराम हिंदू धर्म के देवता माने जाते हैं और उनकी जयंती का उत्सव भारत में मनाया जाता है। भगवान परशुराम को एक धनुष-बरसाने वाले ऋषि या क्षत्रिय माना जाता है, जो दुनिया के कल्याण के लिए अपने असाधारण शक्तियों का उपयोग करते थे।

पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने सनातन धर्म के महत्व को बताया और इसे एक राष्ट्र के रूप में स्थापित करने की जरूरत का जिक्र किया। उन्होंने इस बात को भी बताया कि भगवान परशुराम सिर्फ ब्राह्मणों के नहीं हैं, बल्कि वे सभी जीवों के हैं और उनका उद्देश्य समस्त मानवता के कल्याण का है।

इस उत्सव के अवसर पर, हमें भगवान परशुराम के जीवन से उनकी धर्म के मूल सिद्धांतों को गहराई से समझने और उनके द्वारा सफलता प्राप्त करने की प्रेरणा लेनी चाहिए। हमें शास्त्रों के अध्ययन और संशोधन के माध्यम से अपने व्यक्तिगत और समाज के विकास के लिए अधिक से अधिक ज्ञान और विज्ञान को अपनाने की आवश्यकता है।

 लोग कहते है कि दादा परशुराम ने भूमि को 21 बार क्षत्रिय विहीन की। आज हमने देखा कौन ब्राह्मण, कौन क्षत्रिय, कौन वैश्य, कौन सेवक। आज तो सब सनातनी नजर आ रहे है। यहां एक एक सनातनी हिंदू बैठा है। शास्त्री ने कहा कि दादा परशुराम ने उन क्षत्रीय का वध किया, जो धर्म के विरुध थे। माता-बहनों पर अत्याचार करते थे। ऐसे आतताईयों का अंत करके धर्म की स्थापना की।

उन्होंने कहा कि शास्त्र और शास्त्र में ज्यादा अंतर नहीं है। सिर्फ एक डंडे का अंतर है। रामचरित्र मानस में हनुमान जी शास्त्र और अंगद जी शस्त्र हैं। वर्तमान में भारतीय हिंदूओं को भी शस्त्र और शास्त्र दोनों की आवश्यकता है। सनातनियों को भी दोनों की आवश्यकता है। माला और भले की। भाला मारने के लिए नहीं आत्मरक्षा के लिए। हमारे तो देवी और देवता माला और भाला रखते है।

-जल्द भोपाल में कथा करेंगे

अक्षयोत्सव 2023 कार्यक्रम में बागेश्वर धाम के पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री भी शामिल हुए। वे विशेष विमान से एयरपोर्ट पहुंचे। एयरपोर्ट से गुफा मंदिर तक जगह-जगह उनका स्वागत हुआ। पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि धर्म और शास्त्र दोनों की आवश्यकता है। हम यहां प्रवचन सुनाने नहीं आए हैं, हम तो भोपालवासियों के दर्शन करने आए हैं। शीघ्र ही भोपाल में कथा करेंगे। बालाजी की कृपा हुई तो भारत हिंदू राष्ट्र होगा। जातिवाद का नाता तोडऩा होगा और हम सबको एक होना पड़ेगा।

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