Madhya Pradesh

साहित्य और कविताएं युवाओं की वास्तविक मार्गदर्शक : प्रो केजी सुरेश


साहित्य में भी कैरियर के अवसर हैं – डॉ. इंदिरा दांगी,

पत्रकारिता विश्वविद्यालय में शिवाली श्रीवास्तव की पुस्तक ‘उलझन’ का हुआ विमोचन,

भोपाल । साहित्य और कविताएं ही युवाओं की सच्ची मार्गदर्शक होती है, यह बात माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. (डॉ.) के. जी. सुरेश ने पूर्व विद्यार्थी प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित उलझन पुस्तक विमोचन कार्यक्रम के दौरान कही। पूर्व विद्यार्थी प्रकोष्ठ के द्वारा सृजन श्रृंखला कार्यक्रम के अंतर्गत आयोजित सुश्री शिवाली श्रीवास्तव की पुस्तक के विमोचन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रो. सुरेश ने कहा कि कविताएं युवाओं को सोच की ओर ले जाती हैं, साथ ही उनके आत्मबल को मजबूत करने में भी महत्वपूर्ण योगदान निभाती है । कार्यक्रम में मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता लेखिका डॉ. इंदिरा दांगी ने उलझन पुस्तक की रचनाओं को समाज का प्रतिबिंब बताते हुए कहा कि आप जो हो आपको वही बनने का प्रयास करना चाहिए। साथ ही इसके लिए कड़ी मेहनत करना भी जरूरी है । उन्होंने कहा कि साहित्य के क्षेत्र में महिलाओं को भी पर्याप्त मौके हैं इसलिए उन्हें आगे बढ़कर मौके हासिल करने चाहिए । इस मौके पर कुलसचिव प्रो. डॉ. अविनाश वाजपेयी ने प्रकोष्ठ द्वारा युवाओं की रचनात्मकता को मंच देने की इस पहल को सराहनीय बताते हुए कहा कि इसके माध्यम से मीडिया और लेखन की प्रतिभाओं को मंच मिल सकेगा । कार्यक्रम एवं पूर्व विद्यार्थी प्रकोष्ठ के समन्वयक श्री परेश उपाध्याय ने कुलपति प्रो. केजी सुरेश द्वारा शुरू किए गए सीनियर से संवाद और सृजन श्रृंखला को मीडिया के विद्यार्थियों के लिए एक उत्कृष्ट पहल बताते हुए उनका आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर पुस्तक उलझन की लेखिका सुश्री शिवाली श्रीवास्तव ने शिक्षकों को अपनी पुस्तक समर्पित करते हुए अपनी कविताओं का पाठ किया। इस अवसर पर विद्यार्थी सुश्री श्रृष्टि श्रीवास्तव ने कविता आधारित नृत्य प्रस्तुति भी दी।

कार्यक्रम में विज्ञापन एवं जनसंपर्क विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ पवित्र श्रीवास्तव, प्रकोष्ठ के सह-समन्वयक श्री अंकित पांडे, सहित विभिन्न शिक्षक एवं बड़ी संख्या में मीडिया शिक्षक उपस्थित रहे ।कार्यक्रम का संचालन डॉ अरुण खोबरे द्वारा किया गया ।

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