Madhya Pradesh

महापौर परिषद ने नियम विरुद्ध सैकड़ों संकल्प किए पारित

जन

ता के मुद्दों को परिषद में नहीं रखा गया


भोपाल। आज राजधानी नगर निगम के विपक्षी दल की बैठक निगम कार्यालय आईएसबीटी पर आयोजित की गई । जिसमें निगम कि नेता प्रतिपक्ष केक्साथ अन्य पार्षद गण मौजूद रहे। बैठक में बजट सत्र से पूर्व पारित किए गए संकल्प पत्र पर चर्चा की गई जिसमें उन्होंने बताया कि 

बजट बैठक 21 मार्च 2023 के बजट आने के पूर्व महापौर परिषद ने अपनी शक्तियों का दुरूपयोग करते हुये लगभग 524 संकल्प पारित किये जिसमें प्रधानमंत्री आवास योजना के घरो का निर्माण, निगम की दुकानों को बेचने एवं किराये पर देने संबंधी टेण्डर ठेका कम्पनियों को समय अवधि पूर्व होने के बाद समय में बढोत्तरी करना, मार्केट और भूखंडों की लीज एवं नवीनीकरण के टेण्डर, डुप्लेक्स बनने के अनेकों कार्यों के टेण्डर जो करोड़ों की राशि में है। जो संकल्प पारित कर स्वीकृत किये जा चुके है।

नेता प्रतिपक्ष ने बताया कि इतिहास में पहली बार जनता से जुड़े मुद्दों को परिषद में नहीं लाया जा रहा है और ना ही जनप्रतिनिधियों को ज्ञान हैं। जन की ऐसे कार्य जो नीतिगत प्रकृति के हो या पूरे भोपाल शहर के लिए प्रसांगिक हो चाहे उन कार्यों में व्यय होने वाली राशि का अनुमोदन परिषद से लेना होगा। वही संकल्प पत्र को पारित कराने वार्ड पार्षद, क्षेत्रीय विधायक की सहमति लेना अनिवार्य है। साथ ही स्वीकृत बजट में प्रावधान, एवं बजटमद में राशि होना अनिवार्य है।

महापौर परिषद ने नियम विपरीत तरीके से सभी संकल्प पारित किये जनप्रतिनिधियों के विशेष अधिकारों का हनन है। यह एक अपराधिक कृत्य

 है।

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