Madhya Pradesh

Morena news ; कक्षा-5 और कक्षा-8 के बच्चों को कराई जा रही नकल

नकल के खिलाफ जांच के आदेश जारी

Morena : यह बेहद दुखद है कि नकल का मामला अब तक कक्षा-10 और कक्षा-12 में ही सीमित नहीं है बल्कि इसकी उपस्थिति कक्षा-5 और कक्षा-8 में भी देखी जा रही है। शिक्षा अधिकारी जांच के आदेश देने से अच्छा कदम है।
इस मामले को गंभीरता से लेना चाहिए और इसे जल्द से जल्द हल करना चाहिए। नकल विद्यार्थियों के अध्ययन में आगे बढ़ने की क्षमता को नुकसान पहुंचाती है और उनके भविष्य के लिए भी नकारात्मक प्रभाव डालती है।
शिक्षा अधिकारी के आदेश के अनुसार, जांच की प्रक्रिया को समय-सीमा के साथ त्वरित रूप से पूरा किया जाना चाहिए ताकि अधिक से अधिक नकल करने वालों को जल्दी से जल्दी जवाबदेह किया जा सके। इसके अलावा, छात्रों को नकल करने से रोकने के लिए उन्हें जागरूक करना भी महत्वपूर्ण है।
चंबल अंचल में यूं कक्षा-10 और कक्षा-12 परीक्षा में नकल माफिया हावी है। माफिया यह प्रयास करता है कि छात्र-छात्राओं को जमकर नकल कराई जाए। लेकिन अब कक्षा-5 और कक्षा-8 में भी नकल माफिया के साथ-साथ छात्र-छात्राओं के परिजन नकल कराने से पीछे नहीं हट रहे। मामला प्राथमिक व मिडिल की बोर्ड पैटर्न पर परीक्षाओं का है। इसमें भी जमकर नकल हुई।
नकल माफिया द्वारा इस प्रकार के गैरकानूनी गतिविधियों को रोकने के लिए सख्त कानूनी कार्रवाई की आवश्यकता होती है। इस समस्या को हल करने के लिए, संबंधित शिक्षा अधिकारियों द्वारा नियमों को लागू करने की आवश्यकता होती है। उन्हें नकल को रोकने और अधिक संचार के लिए समाज के साथ सहयोग करना चाहिए।
छात्र-छात्राओं को समझाना भी आवश्यक होता है कि नकल एक गलत अभ्यास है जो उनके भविष्य को खतरे में डाल सकता है। वे नकल के साथ नहीं खेलना चाहिए और अपनी पढ़ाई को स्वतंत्र तरीके से करना चाहिए।
शासकीय हायर सेकंडरी स्कूल सरसेनी परीक्षा केन्द्र पर गेट पर ताला डालकर पालकों ने अपने बच्चों को नकल कराई। केन्द्र के बाहर नकल कराने वालों की भीड़ दिखी। प्राथमिक की हिंदी और मिडिल की साइंस विषय की परीक्षा थी। इस केन्द्र पर 18 स्कूलों के बच्चे परीक्षा देने आए थे। केन्द्र पर पहुंचकर देखा कि स्कूल के गेट पर अंदर से ताला पड़ा था। ताला खुलवाया तो परीक्षा कक्ष में पालक खड़े होकर बच्चों को नकल करा रहे थे। एक पालक तुरंत कक्ष से बाहर निकल गया और एक कक्ष में खड़ा रहा। जब उससे पूछा कि आपकी ड्यूटी है क्या, तो वह सकपका गया और कक्ष से बाहर चला गया। 
ड्यूटी शिक्षक से पूछा तो उन्होंने बताया कि गांव के ही लोग हैं मना करते हैं लेकिन मानते ही नहीं हैं। स्कूल परिसर में एक दर्जन से अधिक पालक घूम रहे थे। स्कूल केन्द्राध्यक्ष व स्टाफ ने आपत्ति नहीं ली। प्रशासन व विभागीय स्तर पर परीक्षाओं की व्यवस्थाओं को लेकर निरीक्षण दल भी बनाए गए थे। सरसेनी परीक्षा केन्द्र पर निरीक्षण दल नहीं पहुंचा। यहां खुलेआम नकल चलती रही। स्कूल ग्रामीण क्षेत्र में है। आसपास के लोग परीक्षा केंद्र पर पूरी तरह से हावी थे।
हालांकि, मामले की जानकारी मिलते ही जिला शिक्षा अधिकारी एके पाठक ने सभी शिक्षकों को नोटिस देकर जांच करने के निर्देश दिए हैं। उनका कहना है कि परीक्षा में किसी भी तरह की नकल नहीं होगी। इसके लिए सभी अधिकारियों को निर्देशित कर दिया गया है और केंद्रों पर जाकर कार्यवाही करें अगर कोई दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ भी वैधानिक कार्यवाही की जाएगी।

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