Madhya Pradesh

स्कूल के बाथरूम में प्राचार्य ने लगवाए कैमरे, विरोध के बाद निकलवाए


रतलाम ।
उज्जैन संभाग के रतलाम जिले के जावरा में स्थित एक शासकीय स्कूल में प्राचार्य ने स्कूल के बाथरूम में निगरानी रखने की दृष्टि से सीसीटीवी कैमरे लगवाए थे। जब इसकी जानकारी विद्यार्थियों और उनके माता-पिता तक पहुंची तो तत्काल इन कैमरों को हटवा दिया गया। 

स्कूल के प्राचार्य द्वारा बाथरूम और स्टाफ रूम में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने का मामला सामने आया है। यह एक गंभीर निजी जांच के लिए प्राथमिकता होनी चाहिए, ताकि इस मामले के पीछे की सच्चाई सामने आ सके।

छात्रों और उनके परिजनों के विरोध के बाद प्राचार्य ने कैमरे निकलवा दिए हैं, लेकिन इससे पहले उन्होंने उनके निजी जीवन में इंट्रूड किया गया था। इस स्थिति में स्कूल की प्रशासनिक टीम को इस मामले के संबंध में जागरूक होना चाहिए ताकि उन्हें ऐसी घटनाओं के फिर से होने से रोकने और ऐसी स्थितियों से बचाने के लिए आवश्यक कदम उठाने में मदद मिल सके।

इस मामले से स्कूल प्रशासन को एक सख्त संदेश मिलना चाहिए कि ऐसी कार्रवाई अस्वीकार्य है और उन्हें इस तरह की किसी भी गंभीर गलती को दोहराने से बचना चाहिए। स्कूलों में छात्रों की सुरक्षा और उनके निजी जीवन की रक्षा करना उनकी प्राथमिक जिम्मेदारी होनी चाहिए। 

मामला जावरा के शहीद नरेंद्रसिंह चन्द्रावत उच्चतर माध्यमिक मॉडल स्कूल का है। यहां प्राचार्य ने बच्चों के बाथरूम और स्टाफ रूम में सीसीटीवी कैमरे लगवा दिए थे। जिस पर विद्यार्थियों और उनके परिजनों ने आक्रोश जताया था, मीडिया को जब इस बात की जानकारी लगी तो उन्होंने भी स्कूल प्राचार्य से मिलने का प्रयास किया, लेकिन मीडिया कर्मी इसका विरोध जताते इसके पहले ही प्राचार्य ने तत्काल बाथरूम में लगे सीसीटीवी कैमरे निकलवा दिए।

बताया जा रहा है कि प्राचार्य ने स्कूल में कुछ दिनों पहले ही कई स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगवाए थे। इन कैमरों की आवश्यकता क्लासरूम लाइब्रेरी प्लेग्राउंड के साथ ही अन्य स्थानों पर जरूरी हो सकती है, लेकिन प्राचार्य ने सीसीटीवी कैमरे स्टाफ रूम और बाथरूम में भी लगवा दिए थे। क्लासरूम और अन्य स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे आखिर क्यों लगाए गए ये बात समझ से परे हैं। इसका जवाब प्राचार्य के पास भी नहीं है। 

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