Madhya Pradesh

राहुल, गांधी-नेहरू परिवार के सबसे असफल, गैर जिम्मेदार, लापरवाह और अहंकारी नेता : शिवराज सिंह चौहान

कांग्रेस देश के लिए समस्या है और कांग्रेस की समस्या राहुल गांधी
पूरे देश में तो अमृतकाल चल रहा है कांग्रेस में राहुकाल
राहुल को न राष्ट्र की जानकारी है और न राष्ट्रनीति की
राहुल को ओबीसी समाज के अपमान पर देश से माफी मांगनी चाहिए
मुख्यमंत्री चौहान ने सोनिया गांधी- राहुल गांधी और कांग्रेस से पूछे सवाल
भोपाल । राहुल गांधी एक ऐसे नेता हैं, जिनको ना तो राष्ट्र की जानकारी है और ना राष्ट्र नीति की। राहुल गांधी जी देश संविधान से चलता है, जुबान से नहीं। देश की जनता जानती है कि कांग्रेस देश के लिए समस्या है और कांग्रेस की समस्या राहुल गांधी हैं। कुछ इसी तीखे अंदाज में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कांग्रेस और राहुल गांधी पर शब्दों से हमलावर हुए।  
सीएम शिवराज ने पत्रकारों से संवाद करते हुए कहा की राहुल गांधी कांग्रेस के लिए राहुल नहीं “राहु” बन गए हैं। इसलिए पूरे देश में तो अमृतकाल चल रहा है और कांग्रेस में राहुकाल चल रहा है। उन्होंने कहा की अगर राहुल जी नेहरू गांधी परिवार से ना होते तो कहां होते, यह सारा देश जानता है बताने की जरूरत नहीं है। लेकिन गांधी नेहरू परिवार के गुलाम नेता उनको जबरदस्ती राष्ट्रीय नेता बनाने पर तुले हुए हैं जबकि हकीकत, वास्तविकता है कि राहुल गांधी, गांधी नेहरू परिवार के सबसे असफल, सबसे कमजोर, गैर जिम्मेदार, लापरवाह और अहंकारी नेता है।
सीएम शिवराज ने कांग्रेस के इतिहास को स्मरण कराते हुए कहा की देश भूला नहीं होगा ये राहुल गांधी का अहंकार नहीं तो क्या था कि जब उन्हीं की केंद्र सरकार के लाए हुए ऑर्डिनेंस को तब, जब तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जी देश के बाहर थे ऑर्डिनेंस को फाड़ कर फेंक दिया था। अब प्रधानमंत्री जी के रूप में मनमोहन जी की क्या हालत हुई होगी। क्या यह राहुल का अहंकार नहीं था। अहंकार में डूबे हुए राहुल गांधी अलग-अलग वर्गों का अपमान करते हैं, जातियों का अपमान करते हैं। 
राहुल गांधी जानते हैं कि पिछड़ा वर्ग उन्हें चुनौती नहीं दे सकता तो कुछ भी बोल दो? अंहकार में आकर उन्होंने पिछड़ों को गाली दी है और गाली भी ऐसी कि पूरी की पूरी जाति को उन्होंने चोर बता दिया ये अहंकार नहीं है तो क्या है राहुल गांधी बताएं? इसके बाद कह रहे हैं कि वो माफी नहीं मांगेंगे ये तो चोरी भी है और सीनाजोरी भी है। 
उन्होंने कहा की मैं आज कह रहा हूँ, पिछड़ा वर्ग कह रहा है कि हम ना तो कांग्रेस को माफ करेंगे और ना राहुल गांधी को माफ करेंगे। अभी तो केवल सांसदी और बंगला गया है। कांग्रेस ने अगर पिछड़ों से टकराने की कोशिश की तो एक दिन कांग्रेस का अस्तित्व भी चला जायेगा। कांग्रेस का इतिहास रहा है कि ना तो उसने अपने नेताओं के खिलाफ कोर्ट में आए फैसलों का सम्मान किया और ना ही कभी दलित हों, पिछड़े हों उनका सम्मान किया। 
मित्रों एक नहीं कई उदाहरण है इसके, स्वर्गीय राजीव गांधी जी ने शाहवानो वाले प्रकरण में सुप्रीम कोर्ट के फैसले को कैसे पलटा यह सारा देश जानता है। सीताराम केसरी जैसे नेता उनका अंतिम समय कैसा तिरस्कार किया गया उनका सामान तक सड़कों पर फिकवा दिया गया था यह पूरे देश ने देखा है। ऐसे में राहुल गांधी से यह उम्मीद भी नहीं कर सकते कि वह न्यायिक व्यवस्था का सम्मान करेंगे या पिछड़े वर्ग, पिछड़े समाज का सम्मान करेंगे।
सीएम शिवराज ने कहा की आज मैं कांग्रेस से पूछना चाहता हूं कि राहुल और कांग्रेस, ना कोर्ट के बाहर माफी मांग रहे हैं ना कोर्ट के अंदर माफी मांग रहे हैं, ना सदन में माफी मांग रहे हैं। सजा कोर्ट ने दी तो इसमें भी षड्यंत्र बता रहे हैं, लोकतंत्र की हत्या बता रहे हैं और यह कांग्रेस ही है जिसके नेता कह रहे हैं कि राहुल गांधी परिवार के लिए अलग ही कानून होना चाहिए।
 राहुल गांधी के मुद्दे पर सत्याग्रह की घोषणा करने वाली कांग्रेस को जवाब देना पड़ेगा कि वह राहुल गांधी के ओबीसी वर्ग के अपमान करने वाले बयान को संरक्षण क्यों दे रही है? कांग्रेस को तो अहंकार छोड़कर ओबीसी से माफी मांगनी चाहिए और सत्याग्रह नहीं राहुल गांधी को देशभर में माफी यात्रा निकाली जाए। कांग्रेस बताएं, सोनिया गांधी भी बताएं कि राहुल गांधी को न्यायालय में किस बयान पर सजा दी, क्या ओबीसी वर्ग पर उनका दिया गया बयान सही था, क्या कांग्रेस उसको उचित मानती है उससे सहमत है। कांग्रेस बताएं किस नियम व कानून के तहत उन्हें संसद की सदस्यता से अयोग्य ठहराया गया है। अब नियम सभी जानते हैं, कानून सभी जानते हैं क्या यह नियम और कानून सभी जनप्रतिनिधियों के लिए बना है या राहुल गांधी के लिए बना है।
लोकसभा सचिवालय द्वारा राहुल गांधी को बंगला खाली करने का नोटिस दिया गया है अब कांग्रेस बताएं कि केवल राहुल गांधी के लिए वह नियम है सहानुभूति बटोरने की कोशिश हो रही है। अब यह नियम तो सभी जनप्रतिनिधियों के लिए है आम जनता के लिए अलग कानून, आम जनप्रतिनिधियों के लिए अलग कानून और राहुल गांधी के लिए कानून क्या यह होना चाहिए। कांग्रेस के सत्याग्रह के आजकल हाल ये है कि कहीं लोग ही नहीं मिल रहे। 
मध्यप्रदेश में उनके आंदोलन से कमलनाथ ही गायब हो जाते हैं। सबको कहते हैं सत्याग्रह खुद कहाँ हो कमलनाथ? क्या आप भी बयान से सहमत नहीं हो? राजस्थान में हमने देखा धमकाए जा रहे हैं कांग्रेस के नेता. अब आ नहीं रहे तो क्या जबरदस्ती पकड़ कर लाओगे तुम?

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