Madhya Pradesh

दतिया में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा तक उपलब्ध नहीं : संगीता शर्मा


भोपाल ।
मुख्यमंत्री की कुर्सी और देश-दुनिया की घटनाओं के अलावा, नेता अपने विधानसभा क्षेत्र के विकास और प्रगति के लिए भी जिम्मेदार होते हैं। डॉक्टर नरोत्तम मिश्रा ने दतिया के विकास के लिए कई योजनाएं चलाई हैं, जैसे कि सड़कों का निर्माण, शैक्षणिक संस्थाओं का विकास, किसानों के लिए उन्नत कृषि तकनीकियों का उपयोग, आदि।
मध्यप्रदेश कांग्रेस की मीडिया उपाध्यक्ष संगीता शर्मा ने कहा कि गृहमंत्री डॉक्टर नरोत्तम मिश्रा  देश और दुनिया की ताज़ा घटनाओं, फिल्मों और मुख्यमंत्री की कुर्सी से सम्बंधित मुद्दों पर ध्यान रखते हैं, लेकिन उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र दतिया का ध्यान न रखने का निर्णय लिया होगा।
उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र को अनदेखा कर दिया है। एक गृहमंत्री के रूप में, उन्हें अपने द्वारा प्रबंधित क्षेत्रों की देखभाल करनी चाहिए थी। वह उन लोगों के प्रति जवाबदेह हैं जो उन्हें वोट देते हैं और उनकी उम्मीदों पर खरे उतरने के लिए वह अपनी विधानसभा क्षेत्र में अधिक उल्लेखनीय भूमिका निभाने के लिए प्रोत्साहित किए जाने चाहिए।
सुश्री शर्मा ने कहा कि उनके क्षेत्र में एक गरीब मां के बच्चे की मौत जैसी घटना हुई है। ऐसी घटनाओं से हमें सबक सीखना चाहिए कि स्वास्थ्य सुविधाओं का महत्व क्या है और उन्हें कैसे सुधारा जा सकता है।

मध्यप्रदेश सरकार के गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा को इस बारे में सूचित किया जाना चाहिए ताकि वे सुधार की ओर कदम उठा सकें। सरकार को स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए अधिक ध्यान देना चाहिए ताकि लोगों की जान बचाने के लिए उन्हें उचित सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकें।

इस घटना से हम सबके लिए एक संदेश है कि हमें अपने स्वास्थ्य की देखभाल करनी चाहिए और स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए सरकार को दबाव बनाना चाहिए। इसके लिए हमें सबको एकजुट होकर काम करना होगा।

यदि देश का भविष्य ऐसी लापरवाही से जारी रहता है, तो इससे कई समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। कुछ मुख्य समस्याएं निम्नलिखित हैं:

आर्थिक संकट: लापरवाही आर्थिक संकट का कारण बन सकती है। अनुशासनहीनता से काम नहीं बढ़ता है जो उत्पादकता को नुकसान पहुंचा सकता है।

विकास की रुकावट: अनुशासनहीनता से कुछ कार्य नहीं होते हैं जो विकास को रोक सकते हैं। उदाहरण के लिए, यदि एक सड़क निर्माण कार्य अनुशासनहीनता के कारण अधूरा रहता है, तो यह उस क्षेत्र के विकास को रोक सकता है।

व्यक्तिगत सुरक्षा: अनुशासनहीनता से अपराध का जोखिम बढ़ सकता है। लोग जब तक कड़ी नहीं होते हैं, तब तक वे अपराधों में जल्दी से फंस सकते हैं।

सामाजिक समस्याएं: अनुशासनहीनता से सामाजिक समस्याएं भी उत्पन्न हो सकती हैं। जैसे, बाहरी कचरे को सही ढंग से न उतारने से प्रदूषण का स्तर बढ़ सकता है जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है। 

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