Madhya Pradesh

Indire : कन्यापूजन के दौरान बावड़ी धंसी, 8 की मौत

indore : इंदौर में रामनवमी के दिन इस बुरी घटना की घटना हुई है। इस हादसे में मृतकों के परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। यह बहुत ही दुखद है कि एक धार्मिक 

इस संबंध में स्थानीय अधिकारियों को बुरी तरह से लपरवाही के लिए दोष दिया जा रहा है। उन्हें इस हादसे के जिम्मेदार माना जा रहा है जिससे यह हादसा हुआ है।
 उन लोगों के परिवारों के साथ संवेदना व्यक्त करने और उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान करने की आवश्यकता है।
इंदौर में रामनवमी पर एक बड़ा हादसा हो गया। स्नेह नगर के पास पटेल नगर में श्री बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में हवन के बाद कन्या पूजन चल रहा था। इस दौरान बावड़ी की छत धंस गई और वहां मौजूद 50 से अधिक लोग उसमें गिर गए। हादसे में आठ लोगों की मौत की जानकारी सामने आ रही है। हालांकि प्रशासन ने अभी मौत के आंकड़ों का खुलासा नहीं किया है। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि हादसे की भयावहता देखकर लग रहा है कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है। 
घटनास्थल पर हादसे के बाद अफरा-तफरी का माहौल हो गया था। किसी को कुछ समझ ही नहीं आया कि अचानक क्या हो गया। फिर भी स्थानीय लोगों ने सक्रियता दिखाई और दस लोगों को बाहर खींच लिया। घायलों को एप्पल हॉस्पिटल लेकर जाया जा रहा है। वरिष्ठ अधिकारी मौके पर हैं। राहत एवं बचाव कार्यों को गति दे दी गई है। वहीं, मंदिर के पास रहने वाले लोगों का कहना है कि बावड़ी अवैध रूप से बनाई गई है, कई बार प्रशासन से इसकी लिखित शिकायत भी की जा चुकी है।
हादसे में आठ की मौत
हादसे में आठ लोगों के मौत की सूचना है। हालांकि प्रशासन ने फिलहाल इसकी पुष्टि नहीं की है। घायलों को पास के एप्पल हॉस्पिटल में इलाज के लिए लाया गया है। जबकि गंभीर घायलों को एमवाय अस्पताल में ले जाया गया है। हादसे में मरने वालों का आंकड़ा बढ़ सकता है। हालांकि, पानी कम था, जिससे गिरने के बाद भी लोग अंदर खड़े दिखे। पर एक के ऊपर एक गिरने से लोग घायल हुए हैं।
मंदिर के अंदर बनी है बावड़ी
दरअसल, मंदिर में ही एक बावड़ी है, जिसकी छत धंस गई। उस समय मंदिर में हवन हो गया था और लोग बावड़ी पर बैठे थे। वजन बढ़ने से अचानक बावड़ी की छत भरभराकर ढह गई। लोग कुछ समझ पाते, उससे पहले ही नीचे गिर गए। गिरने वालों में कुछ बच्चियां भी बताई जा रही हैं। रामनवमी होने से मंदिर में भीड़ भी अधिक थी। राहत की बात यह है कि स्थानीय लोगों ने तत्काल सक्रियता दिखाई और करीब दस लोगों को बाहर निकाल लिया। 

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