Madhya Pradesh

पांचवी, आठवीं परीक्षा में मोबाइल रखने पर तीन शिक्षक निलंबित,

Damoh । यह बहुत ही गंभीर मामला है क्योंकि शिक्षकों के द्वारा परीक्षा के दौरान अनुचित आचरण एवं उनके अधिकारों का उल्लंघन हुआ है। शिक्षकों को छात्रों के विश्वास एवं उनकी उन्नति के लिए आदर्श होना चाहिए।

अगर शिक्षकों ने अपने दायित्वों को नहीं निभाया है तो उन्हें सख्त से सख्त सजा देनी चाहिए। यह एक सख्त संदेश है कि अगर शिक्षकों को ऐसे अनुचित आचरण किए जाते हैं, तो उन्हें निलंबित किया जाना चाहिए।
इस संबंध में शिक्षा विभाग द्वारा इस मामले की जांच की जानी चाहिए ताकि इस तरह के आचरण को रोका जा सके। शिक्षकों के साथ इस तरह का आचरण बहुत ही नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है जो उनकी पेशेवर जिंदगी एवं उनके आदर्शों को प्रभावित कर सकता है।
परीक्षा में निलंबित शिक्षक
परीक्षाओं में नकल और पेपर लीक की शिकायतें देश में बहुत बढ़ रही हैं और इससे शिक्षा के स्तर में बहुत बड़ा असर पड़ता है।
यदि शिक्षकों ने वाकई मोबाइल फोन को परीक्षा केंद्र में रखा हो तो उन्हें निलंबित करना सही निर्णय हो सकता है। पर इससे भी ज्यादा महत्वपूर्ण होता है कि हम अपने शिक्षकों के लिए सुरक्षित परीक्षा केंद्र उपलब्ध कराएं जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि वे निष्क्रिय अवस्था में हों और परीक्षा के दौरान कोई भी गलत तरीके से परीक्षा में हस्तक्षेप नहीं कर सकता।
इससे पहले की ऐसी घटनाएं हों, हमें शिक्षा प्रणाली को सुधारने की जरूरत होती है। सुरक्षित परीक्षा केंद्र उपलब्ध कराने के साथ-साथ, हमें अधिक से अधिक शिक्षकों को इस बात के लिए प्रशिक्षित करने की जरूरत है कि वे परीक्षाओं में नकल और गलत तरीके से हस्तक्षेप करने से कैसे रोक सकते हैं। 
शिक्षकों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जानकारी दी है। इस स्थिति में, शिक्षकों को नियमों का पालन करना चाहिए था और मोबाइल फोन के साथ परीक्षा केंद्र में नहीं जाना चाहिए था। यह उनके पेशे के नैतिकता और शिक्षा प्रणाली के संबंध में गंभीर लापरवाही का प्रतीक है।
जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा ली गई कठोर कार्रवाई दूसरे शिक्षकों को एक सख्त संदेश भी भेजती है कि वे परीक्षा केंद्र में नियमों का पालन करें और छात्रों के भविष्य की सुरक्षा और उनके अधिकारों का पालन करें। छात्रों के भविष्य को खतरे में न डालते हुए उन्हें शिक्षा एवं परीक्षा संबंधित नियमों का पालन करना चाहिए
परीक्षा केंद्र शासकीय माध्यमिक स्कूल वर्धा में आकस्मिक निरीक्षण के दौरान कक्ष क्रमांक 2 में शिक्षक सतीश पांडे पर्यवेक्षक के रूप में मौजूद थे, जो परीक्षा कक्ष में मोबाइल लिए पाए गए। इसी प्रकार शिक्षक सुरेश कुशवाहा और परीक्षा केंद्र मडियादो में शिक्षक बलराम प्यासी परीक्षा कक्ष में ही मोबाइल लिए पाए गए। जिस पर जिला परियोजना समन्वयक जिला शिक्षा केंद्र ने कार्यवाही करते हुए जिला शिक्षा अधिकारी आरके मिश्रा के आदेश पर निलंबन की कार्यवाही की है।

Related Articles