भेल अधिकारी को दो युवतियो ने हनीट्रैप में फंसाकर देढ़ लाख ऐठे
युवतियो के दो साथी युवक वसूली के लिये नकली पुलिसकर्मी बनकर पहुंचे
पॉच दिन पहले हुई थी फ्रैंडशिप
भोपाल । राजधानी के गोविंदपुरा थाना इलाके में रहने वाले भेल अधिकारी को हनीट्रेन गिरोह में शामिल दो युवतियो ने अपने दो पुरुष साथियो के साथ मिलकर जाल में फासंते हुए दुष्कर्म और वैश्यावृत्ति के झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर डेढ़ लाख से अधिक रुपए ऐंठ लिये। युवतियो के दो पुरुष साथी अड़ीबाजी और वसूली के लिये नकली पुलिसकर्मी बनकर आये थे। घटना करीब 10 दिन पहले 15 अप्रैल बताई गई है। लेकिन फरियादी सामाजिक बदनामी के कारण शिकायत करने नहीं गया था। लेकिन बीते दिन हनीट्रैप गिरोह के आरोपियो ने फिर से उसके उपर पैसे मांगते हुए अड़ीबाजी की, तब वह पुलिस के पास पहुंचे। पुलिस ने आरोपियो के खिलाफ ब्लैकमेल कर अड़ीबाजी करन, झूठे केस में फंसाने की धमकी देने सहित अन्य धाराओं में मामला कायम कर लिया। थाना पुलिस
से मिली जानकारी के अनुसार भेल (भोपाल) के सरकारी क्वार्टर में रहने वाले 41 वर्षीय एस सेंथिल कुमार ने लिखित शिकायत करते हुए बताया कि वह भेल में आर्टिजन हैं। इन दिनो उनकी पत्नी की डिलीवरी हुई है, जिसके चलते वह जनवरी माह से तमिलनाडु में अपने पैतृक गांव में है। पत्नि के जाने के बाद वो अकेला ही रह रहे है। इसी महीने 9-10 अप्रैल को एक परिचित के जरिए उनकी पहचान सोनम नामक युवती से हुई थी। युवती ने उन्हें अपना मोबाइल नंबर दिया, इसके बाद उनके बीच फोन पर बातचीत होने लगी, और युवती उनसे मिलने आने लगी। इस दौरान ही युवती ने उनसे अपनी कटारा हिल्स इलाके में रहने वाली दोस्त पूजा कि कहीं नौकरी लगवाने की बात कही। 15 अप्रैल को सोनम ने फोन पर बातचीत की और देर शाम अपनी दोस्त पूजा को मिलवाने के लिये उनके सरकारी क्वार्टर पर ले आई। फरियादी का कहना है कि वह तीनों बैठकर बात कर रहे थे। रात करीब साढ़े दस बजे वह बाथरूम गये थे, थोड़ी देर बाद ही किसी ने उनके मकान का दरवाजा खटखटाया। जैसै ही उन्होंने दरवाजा खोला तो एक युवक पुलिस की वर्दी में और दूसरा सामान्य कपड़े पहने उनके घर के भीतर घुस गए, एक आरोपी खुद को पुलिसकर्मी बताते हुए बोला कि आपके घर में संदिग्ध गतिविधियों की सूचना मिली है, और एक कागज का टुकड़ा दिखाते हुए कहा कि पुलिस अधिकारियों ने हम दोनों को टीम बनाकर आपके घर की तलाशी लेने भेजा है। हनीट्रेप गिरोह के दोनों आरोपी पुरुष जब फरियादी के बेडरूम में पहुंचे तो वहॉ दोनों युवतिया अर्धनग्न हालत में मिलीं। इस पर दोनो आरोपियो ने उसके साथ मारपीट शुरु कर दी। बाद में दोनों ने युवती पूजा से पूछताछ की, तो उसने कहा कि वह 16 साल की है, और ये लोग मेरे साथ जर्बदस्ती कर रहे हैं। पूजा की बात सूनने के बाद दोनों ने एक बार फिर फरियादी के साथ मारपीट करते हुए गोविंदपुरा थाने चलने को कहा। साथ ही फरियादी को दुष्कर्म, पॉक्सो एक्ट और वैश्यावृत्ति करने के आरोप में जेल भेजने की धमकी दी। फरियादी के गिड़गिड़ाने पर आरोपियों ने कहा कि पुलिस कार्रवाई से बचने के लिये 20 लाख रुपए देना पड़ेगा। वहीं शातिर युवतिया भी नकली पुलिसकर्मियों के साथ मिल गई और पुलिस व जेल के चक्कर से बचने के लिए पैसे देने का दबाव बनाने लगीं, और रकम न देने पर दुष्कर्म के मामले में फंसाने की धमकी देने लगीं। इस पर फरियादी ने कहा कि उसके पास इतने पैसे नहीं है। आरोपियो ने घर की अलमारी खुलवाकर उसमें रखे 23 हजार से अधिक रुपए निकाल लिए। लेकिन नकदी कम होने पर आरोपियों ने फरियादी का एटीएम कार्ड लेकर पैसे निकालने गए थे। गिरोह ने फरियादी के एटीएम से दो बार में 16 हजार और निजी बैंक के क्रेडिट कार्ड से दो बार में 1 लाख 15 हजार रुपए निकालते हुए करीब डेढ़ लाख से अधिक की ठगी कर ली। रकम लेकर दोनों आरोपी चले गये उनके जाने के कुछ देर बाद दोनों युवतियां भी चली गईं। शिकायत के आधार पर पुलिस ने दोनों युवतियों समेत चार लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है। फिलहाल आरोपियो कि गिरफ्तारी नहीं हो सकी है, उनकी पहचान जुटाने के लिये पुलिस एटीएम में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। पुलिस सूत्रो के अनुसार पुलिसकर्मी बने एक आरोपी की पहचान छोला थाना क्षेत्र के पुराने बदमाश के रूप में हुई है। सूत्रो का कहना है, कि पुलिस ने हनीट्रैप गिरोह के सभी चारों आरोपियो की पहचान जुटा ली हैं, और उनकी गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे है। पुलिस यह भी पता चला कि नकली पुलिसकर्मी बना आरोपी पहले भी इस तरह की वारदात अयोध्या नगर थाना इलाके में कर चुका है। वह गिरोह में शामिल लड़कियों को पैसों वालों से दोस्ती कराता है। जैसे ही युवतियां दोस्ती कर जाल में फसें शिकार के घर जाती हैं, वह खुद को पुलिसकर्मी बताकर रेड मार देता है। गिरोह में शामिल लड़कियां अपना नाम असली नहीं बतातीं। पुलिस जल्द ही सभी आरोपियो को गिरफ्तार कर इसका खुलासा कर सकती है।