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नीट मामले के मास्टरमाइंड किंगपिन को बचाने की कोशिश : मनोज झा

नीट पेपर लीक मामले में सियासत जारी
पटना,। एक तरफ नीट पेपर लीक मामले से लाखों बच्चों का भविष्य अंधकारमय हो गया है, वहीं दूसरी तरफ जांच के नाम पर सियासत जारी है। बिहार में इस मामले को लेकर सियासत गर्म है। इस पूरे मामले को लेकर राज्यसभा सांसद मनोज झा ने आरोप लगाया है कि इस पूरी प्रक्रिया में नीट मामले के मास्टरमाइंड किंगपिन को बचाने की कोशिश की जा रही है।
गौरतलब है कि इससे पहले भाजपा ने आरोपी कैंडिडेट सिकंदर के लिए सरकारी गेस्ट हाउस बुक कराने के तार तेजस्वी के पीएस से जोड़ने की कोशिश की थी, अब राजद ने पेपर लीक के मास्टरमाइंड संजीव मुखिया की पत्नी को जदयू नेता बताकर राजनीतिक गलियारे को गर्मा दिया है। दरअसल राष्ट्रीय जनता दल के एक्स अकाउंट में दो पोस्ट करते हुए इस मामले को उठाया गया है। इसमें संजीव मुखिया की पत्नी ममता देवी बिहार के मुख्यमत्री नीतीश कुमार, मंत्री श्रवण कुमार और नीरज कुमार के साथ दिखाई दे रही है। वहीं दूसरी पोस्ट में चिराग पासवान के आवास पर टिकट के साथ ममता देवी की फोटो को शेयर किया गया है, इसमें संजीव मुखिया भी दिखाई दे रहे हैं।
इस पूरे मामले में राजद के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने सीएम नीतीश कुमार पर गंभीर आरोप लगाए और बकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा, कि इस मामले के मास्टरमाइंड किंगपिन को बचाने की कोशिश हो रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि मामले के मुख्य आरोपी संजीव मुखिया की पत्नी जेडीयू की सक्रिय नेता हैं, जो कि जेडीयू की टिकट पर चुनाव भी लड़ चुकी हैं। उन्होंने कहा कि आरोपी संजीव मुखिया की पत्नी के सीएम नीतीश कुमार के जिले से गहरे संबंध हैं।
राज्यसभा सांसद झा ने तेजस्वी का नाम घसीटे जाने पर कहा, कि गेस्ट हाउस बुकिंग के लिए एक स्टोरी चलाई गई है, जिसके न कोई सबूत हैं और न ही कोई कागजात ही हैं। बातचीत के दौरान ही उन्होंने सवाल किया कि आखिर संजीव मुखिया को बाहर से ही जमानत कैसे मिल गई? उन्होंने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि नालंदा के संजीव मुखिया गिरोह ने ही बीपीएससी द्वारा आयोजित तीसरे चरण की शिक्षक भर्ती परीक्षा के पेपर भी लीक किए थे, लेकिन उस पर किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं हुई? उन्होंने आगे कहा कि उनके बेटे डॉक्टर शिव का नाम भी इसमें जुड़ा, लेकिन बिहार पुलिस ने तो उसे भी गिरफ्तार नहीं किया। अंत में चुटकी लेते हुए सांसद मनोज झा ने कहा कि सिकंदर यादवेंदु का नाम लालू यादव से महज इसलिए जोड़ दिया जाता है कि यादव उनके नाम के साथ जुड़ा हुआ है। यदि ऐसा ही है तो फिर नीरव मोदी तो मोदी के मौसेरे भाई हुए। इस तरह सांसद झा ने प्रेस वार्ता कर न सिर्फ प्रदेश की बल्कि देश की राजनीति में गर्माहट पैदा कर दी है।

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