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पोर्शे कार दुर्घटना : डॉक्टरों ने 3 लाख में बेचा था ‘ज़मीर’, चपरासी बना था दलाल

पूना महाराष्ट्र : पुणे के कल्याणी नगर में हुई पोर्शे दुर्घटना में दो सॉफ्टवेयर इंजीनियरों की मौत हो गई थी, जिसके पीछे एक नाबालिग चालक की गाड़ी की नशे की हालत में चलाने की वजह थी। इस घटना में एक चपरासी को भी शामिल किया गया था, जिसने डॉक्टरों को 3 लाख रुपये की रिश्वत दी थी। यह घटना ने लोगों को हैरान कर दिया और उन्हें यह सोचने पर मजबूर किया कि ऐसे असली जीवन के किस्से कैसे घटित हो सकते हैं।

डॉक्टरों के साथ चपरासी की रिश्वत का मामला:
– एक नाबालिग चालक ने पुणे के कल्याणी नगर में दो सॉफ्टवेयर इंजीनियरों को अपनी नशे की हालत में चलाई गाड़ी से कुचल दिया था। इस घटना में एक चपरासी ने डॉक्टरों को 3 लाख रुपये की रिश्वत दी थी।
– चपरासी अतुल घाटकांबले ने डॉक्टरों के परिवार से दो डॉक्टरों के लिए 3 लाख रुपये की रिश्वत एकत्र की थी।
– जांच से पता चला कि डॉ. तावड़े और किशोर आरोपी के पिता ने दुर्घटना के दिन फोन पर बात की थी।
– डॉ. तावड़े ने रक्त नमूनों को एक डॉक्टर के रक्त नमूनों से बदलने का संकेत दिया है।
– फिजिकल चेक अप में भी डॉक्टरों ने आरोपी को क्लीन चिट दी थी।

30 मई तक हिरासत में आरोपी
पुलिस ने सरकारी अस्पताल के फॉरेंसिक मेडिसीन विभाग के अध्यक्ष डॉ. अजय तावड़े और मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.श्रीहरि हलनोर को खून के नमूने में बदलाव करने और सबूत को नष्ट करने के आरोप में गिरफ्तार किया था. पुलिस ने तीनों आरोपियों को न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी (छोटे मामलों) ए.ए.पांडे की अदालत में पेशकर 10 दिन तक पुलिस हिरासत में भेजने का अनुरोध किया था. पुलिस ने अदालत को बताया कि खून के नमूनों को बदलने के एवज में पैसों की लेनदेन हुई है और उसे इस मामले में आरोपियों के घरों की तलाशी लेनी है. इसके बाद अदालत ने तीनों आरोपियों को 30 मई तक के लिए पुलिस की हिरासत में भेज दिया।

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