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प्रिंटिंग प्रेस के मैकेनिकल इंजीनियर सुनील रघुवंशी 10 लाख में लीक किया था पेपर

मशीन के पार्टस में खराबी बताकर उसकी आड़ में छिपाकर लाया था पेपर
भोपाल की निजी प्रिंटिंग प्रेस लीक हुआ था पेपर-सूत्र
प्रेस का नाम उजागर नहीं कर रही पुलिस
भोपाल । उप्र प्रदेश की समीक्षा अधिकारी और सहायक समीक्षा अधिकारी परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक कांड में चौकाने वाला खुलासा हुआ है। भोपाल की एक प्रिंटिंग प्रेस में नौकरी मेकेनिकल इंजीनियर की नौकरी करने वाले आरोपी सुनील रघुवंशी ने यूपी एसटीएम को बताया है, कि उसने 10 लाख की रकम लेकर पेपर लीक किया था। इसके लिये उसने प्रिंटिंग मशीन के एक पार्ट्स में खराबी बताकर उसे निकाल लिया था। बाद में उसे ठीक कराने के नाम पर उस पार्ट्स को एक बॉक्स में कागजों में लपेटकर पैक किया। इसी दौरान उसने सबकी नजरे बचाकर बॉक्स में पेपर भी छिपा दिया था। इस तरह चालाकी से वह पेपर को बाहर निकाल लाया और फिर अपने साथियों की मदद से पेपर को लीक कर दिया। जॉच में सामने आया कि सुनील रघुवंशी जिस निजी प्रिंटिंग प्रेस में नौकरी करता है, वहां सिक्यूरिटी प्रिंटिंग का कार्य होता है। जिन प्रेस में सिक्यूरिटी प्रिटिंग का कार्य होता है, वहां कई प्रदेशों की सरकारों द्वारा आयोजित प्रायोजित परीक्षाओं के  प्रश्न-पत्र, गोपनीय दस्तावेज, विश्व विद्यालय और राज्य के बोर्ड परीक्षाओं बोर्ड के प्रश्न-पत्रों के साथ मार्कशीट/अंकसूची, विभिन्न बैंकों की चेकबुक, राज्य सरकारों के प्रशासकीय वार्षिक प्रतिवेदन सहित अन्य गोपनीय सामरिक महत्व  वाले दस्तावेजों की छपाई की जाती है। बाद में उसने पैसौ की लालच में कॉलेज में साथ पढ़ने वाले दोस्तों के कहने पर पेपर लीक किया था। यूपी एसटीएफ ने भोपाल के सुनील रघुवंशी सहित पेपर लीक करने वाले गिरोह में शामिल बिहार निवासी सुभाष प्रकाश, प्रयागराज निवासी विशाल दुबे, उप्र निवासी संदीप पाण्डेय, बिहार के गया निवासी अमरजीत शर्मा और उप्र के बलिया निवासी विवेक उपाध्याय को गिरफ्तार कर चुकी है। भारी विरोध के बाद सरकार ने परीक्षा को निरस्त कर दी थी, और यूपी एसटीएफ को इसकी जांच सौंपी थी।
गुमशुदगी दर्ज कराने गये परिजन तब पता चला गिरफ्तारी का
यूपी एसटीएफ की गिरफ्तारी की भनक राजधानी पुलिस को भी नहीं थी। सुनील के गायब होने पर उसके परिजन बिलखिरिया थाने में उसकी गुमशुदगी दर्ज कराने पहुंचे। परिजनो ने पुलिस को इतना बताया था कि सुनील रघुवंशी किसी परिचित के बुलाने पर यूपी गया है, लेकिन वहां जाने के बाद वह फोन रिसीव नहीं कर रहा और न ही कॉल बैक कर रहा है। इसके बाद पुलिस ने सुनील रघुवंशी के फोन पर कॉल किया तब यूपी एसटीएफ के अधिकारी ने फोन रिसीव करते हुए पुलिस को बताया कि सुनील एक मामले में उनकी हिरासत में है।

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