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सरवानिया महाराज में मंदिर की भूमि विवाद: पुजारी परिवार को न्याय की गुहार

नीमच, मध्यप्रदेश : नीमच जिले के जावद तहसील के सरवानिया महाराज ग्राम में स्थित रामदेव जी और रामपीर बावजी का प्राचीन देवस्थान, जो सौ वर्षों से अधिक पुराना है, वर्तमान में भूमि विवाद के केंद्र में है। इस देवस्थान की 2.576 हेक्टेयर भूमि पुजारी परिवार के भरण-पोषण का मुख्य स्रोत है, जो पीढ़ियों से इसकी सेवा कर रहा है।

ग्राम में लंबे समय से राजस्व नक्शा नहीं होने के कारण विवाद बढ़ता जा रहा है। भाजपा से जुड़े एक परिवार ने हाल ही में एक पड़ोसी से भूमि खरीदी, जिसमें मंदिर की भूमि भी शामिल कर ली गई। अब यह परिवार मंदिर की भूमि पर कब्जा करने की कोशिश कर रहा है।

तहसीलदार ने पहले इस कब्जे के आवेदन को खारिज कर दिया था, लेकिन राजनीतिक दबाव के चलते एसडीओ जावद ने अपील में इस कब्जे को मंजूरी दे दी। वर्तमान में पुजारी परिवार के पास देवस्थान की दर्ज भूमि से भी कम का कब्जा है, और प्रशासन मंदिर की भूमि सुरक्षित रखने के बजाय इस पर कब्जा दिलाने की कोशिश कर रहा है।

इससे गरीब पुजारी परिवार को न्याय नहीं मिल पा रहा है। कब्जा दिलाने के लिए पटवारियों का दल गठित कर दिया गया है।

कलेक्टर नीमच से अनुरोध है कि मंदिर की भूमि पर कब्जा दिलाने से रोकें और मंदिर की भूमि को सुरक्षित रखें।

महत्वपूर्ण बिंदु:
– स्थान: सरवानिया महाराज, जावद तहसील, नीमच जिला
– विवाद: रामदेव जी और रामपीर बावजी मंदिर की भूमि पर कब्जा
– मुख्य मुद्दा:  राजनीतिक दबाव में भूमि का कब्जा दिलाना
– अनुरोध: कलेक्टर से हस्तक्षेप और भूमि की सुरक्षा

यह मुद्दा धार्मिक स्थल की सुरक्षा और पुजारी परिवार की आजीविका से जुड़ा है, जिस पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है।

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