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भोपाल की तंग बस्तियों में आयोजित हुए साप्ताहिक स्वास्थ्य शिविर

भोपाल: शहरी तंग बस्ती क्षेत्रों में 25 जुलाई को आयोजित सामुदायिक स्वास्थ्य शिविरों में 4767 हितग्राहियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया, जिससे उन्हें विभिन्न स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिला। इन शिविरों में ऑन स्पॉट आयुष्मान कार्ड और आभा आईडी भी बनाई गईं।

**स्वास्थ्य शिविरों की विशेषताएं:**
– **बीमारियों की जानकारी:** शिविरों में गैस्ट्रोएंटेराइटिस, कॉलरा, डायरिया, पेचिश, टाइफाइड, एमेबियासिस, हेपेटाइटिस, जियार्डियासिस, स्केबीज और कृमि संक्रमण जैसी बीमारियों से बचाव और लक्षणों की जानकारी दी गई।
– **विशेष परामर्श सत्र:** गैस्ट्रोएंटेराइटिस, बीसीजी, और दस्त प्रबंधन पर विशेष परामर्श सत्र आयोजित किए गए, जहां ओआरएस का घोल बनाने और उपयोग की विधि बताई गई।
– **निशुल्क सेवाएं:** स्वास्थ्य परीक्षण, निशुल्क जांच और दवा वितरण, हाई रिस्क गर्भवती महिलाओं का चिन्हांकन, कुपोषित बच्चों का चिन्हांकन और रेफरल, आभा आईडी और आयुष्मान कार्ड बनाना और ईकेवाईसी, नियमित टीकाकरण, जापानी इंसेफेलाइटिस टीकाकरण और वयस्क बीसीजी टीकाकरण की सेवाएं दी गईं।

**शिविर में हुई जांचें और निष्कर्ष:**
– **गर्भवती महिलाओं की जांच:** 419 महिलाओं की एएनसी जांच की गई, जिनमें से 38 महिलाओं में मॉडरेट एनीमिया और 44 गर्भवतियों में हाई रिस्क के लक्षण पाए गए।
– **हाइपरटेंशन और डायबिटीज:** 1223 लोगों की हाइपरटेंशन जांच में 104 का रक्तचाप बढ़ा पाया गया, जबकि 1163 लोगों की डायबिटीज जांच में 71 लोगों में शुगर लेवल बढ़ा मिला।
– **अन्य स्वास्थ्य सेवाएं:** 84 आयुष्मान कार्ड और 213 आभा आईडी बनाई गईं, 200 लोगों को वयस्क बीसीजी टीका लगाया गया, 58 लोगों की क्षय रोग स्क्रीनिंग और 392 की मलेरिया जांच की गई। पांच साल तक के 358 बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया और 232 बच्चों को नियमित टीकाकरण और अन्य स्वास्थ्य सेवाएं दी गईं।

**सीएमएचओ का बयान:**
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी भोपाल, डॉ. प्रभाकर तिवारी ने बताया कि प्रत्येक सप्ताह आयोजित इन शिविरों में उचित स्वास्थ्य व्यवहारों के आधार पर थीम निर्धारित की जाती है। इन शिविरों में स्वास्थ्य जांच, उपचार, रेफरल और फॉलोअप के साथ-साथ आयुष्मान कार्ड और आभा आईडी भी ऑन स्पॉट बनाए जा रहे हैं।

**समापन:**
इन शिविरों का मुख्य उद्देश्य समुदाय में स्वास्थ्य जागरूकता बढ़ाना और विभिन्न बीमारियों से बचाव के उपायों को अपनाना है। शिविरों के माध्यम से लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिल रहा है और उनकी स्वास्थ्य समस्याओं का समाधान किया जा रहा है।

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