बिहार-सहरसा में मुख्यमंत्री नीतीश बोले- ‘शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क का बड़े पैमाने पर किया निर्माण’
पटना.
मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने आज प्रगति यात्रा के तीसरे चरण में सहरसा जिले में चल रही विकासात्मक योजनाओं के संबंध मेंप्रमंडलीय सभागार (कोशी प्रमंडल), सहरसा में समीक्षात्मक बैठक की। समीक्षात्मक बैठक में सहरसा के जिलाधिकारी श्री वैभव चौधरी ने जिले के विकासकार्यों का प्रस्तुतीकरण के माध्यम से विस्तृत जानकारी दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे बिहार में विकास का काम हमलोग करा रहे है। बिहार का कोई भी इलाका विकास से अछूता नहीं है। हम लोगों ने शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, पुल-पुलियाके निर्माण का काम बड़े पैमाने पर कराया है, जिसके कारण बिहार के किसी भी कोने सेपहले 6 घंटे में लोग पटना पहुंचते थे, अब उसे घटाकर 5 घंटे किया गया है। इसके लिए हरप्रकार से काम किया जा रहा है। बिहार में बड़े पैमाने पर नियोजित शिक्षकों की बहाली कीगई है। स्कूल भवनों का निर्माण कराकर शिक्षा के क्षेत्र में सुधार लाने का प्रयास किया गयाहै। बड़ी संख्या में सरकारी शिक्षकों की भी बहाली की जा रही है। इसके साथ ही नियोजितशिक्षकों को परीक्षा के माध्यम से सरकारी मान्यता प्रदान की जा रही है। मदरसों को भीसरकारी मान्यता प्रदान की गई और वहां पढ़ाने वाले शिक्षकों को सरकारी शिक्षक के अनुरूपवेतन दिया जा रहा है।मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2005 से पहले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एक माह में सिर्फ39 मरीज इलाज कराने आते थे। हमलोगों ने सरकारी अस्पतालों में मुफ्त दवा एवं इलाज कीसुविधा उपलब्ध कराई, जिसके कारण अब एक माह में औसतन 11 हजार से अधिक मरीजप्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज कराने पहुंच रहे हैं। पहले बिहार में सिर्फ 6 सरकारी मेडिकल कॉलेज थे, अब उनकी संख्या बढ़कर 12 हो गई है। बिहार का सबसे पुरानाअस्पताल पटना मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल (पी0एम0सी0एच0) को 5400 बेड की क्षमताका बनाया जा रहा है। बाकी 5 पुराने मेडिकल कॉलेज एवं अस्पतालों का भी विस्तार करायागया है। हमलोग आई0जी0आई0एम0एस0, पटना का विस्तार कर उसे 3000 बेड की क्षमताका करा रहे हैं। हमलोगों ने 2015 से सात निश्चय योजना के माध्यम से हर घर तक नलका जल, हर घर में शौचालय का निर्माण, हर घर तक पक्की गली-नाली निर्माण, हर टोलेतक पक्की सड़क का निर्माण, हर घर तक बिजली का कनेक्शन जैसी मूलभूत सुविधाएं लोगोंतक पहुंचा दी है। जो भी नई बसावटें बनी हैं, 2025 तक उन सभी बसावटों में भी येसुविधाएं उपलब्ध करा दी जाएगी।
खुले में शौच करने से लोगों को अनेक प्रकार कीबिमारियां होती थी, जिन परिवारों के घरों में शौचालय निर्माण के लिए जगह नहीं थी, उनकेलिए सामुदायिक शौचालय का निर्माण कराया गया। वर्ष 2020 से सात निश्चय योजना-2 केतहत मुख्यमंत्री ग्रामीण सोलर स्ट्रीट लाइट योजना, टेलीमेडिसिन, बाल हृदय योजना, हर खेततक सिंचाई पानी आदि का काम तेजी से आगे बढ़ रहा है।