सीएम मान ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर कहा- ‘फायर विभाग में अब लड़कियों की होगी भर्ती’, किया बड़ा एलान

अमृतसर
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर कहा कि महिलाओं ने हर क्षेत्र में मुकाम हासिल किया है। जिनके घर बेटियां होती हैं, वह लोग हमेशा यही कहते हैं कि वह लड़की वाले हैं, इससे हमें ऊपर उठना होगा। उन्होंने कहा कि हम लोगों को यह भी कलंक लगा हुआ है कि हम बेटियों को पैदा होने से पहले ही मार देते हैं, लेकिन यह पता नहीं होता कि किस बेटी ने क्या नाम कमाना है। इस सोच को बदलने की जरूरत है और यह सिर्फ आपलोग ही कर सकते हैं। खास तौर पर लड़कियों को अपने मुकाम हासिल करके यह सब करना होगा।
खेल में भी आगे बढ़ रही हैं लड़कियां
महिलाओं के बिना समाज की कल्पना नहीं की जा सकती। शनिवार को खालसा कालेज में महिला दिवस पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान छात्राओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि लड़कियां आज खेल में भी आगे है। कई लड़कियां तो महिला क्रिकेट टीम की अगुआई भी कर रही हैं। इस दौरान उन्होंने ऐलान किया कि जल्द ही फायर विभाग में लड़कियों की भर्ती की जाएगी। इस विभाग में पहले लड़कों को ही भर्ती किया जाता था और शर्तें भी सिर्फ लड़कों के हक में रखी गई थी, लेकिन अब ऐसा नहीं है। पंजाब विधानसभा में पास करवाकर इन नियमों में बदलाव कर दिया गया है।
देश का पहला राज्य बना पंजाब
पहले फिजिकल टेस्ट के लिए लड़के व लड़कियों को 60 किलो का भार उठाकर भागना होता था। लेकिन अब लड़कियों के लिए 40 किलो कर दिया गया है। इसके अलावा लड़कियों के लिए लंबाई पांच फुट सात इंच होती थी, लेकिन अब पांच फुट तीन की लंबाई कर दी गई है। पंजाब पुलिस में भी यही लंबाई रखी गई है। उन्होंने कहा कि पंजाब देश का पहला राज्य होगा, जिसमें लड़कियों की भर्ती होगी। उन्होंने कहा कि किसी अन्य राज्य में इस विभाग में लड़कियां नहीं हैं। क्योंकि कानून ही ऐसे बनाए गए थे, जो लड़कियों के हक में नहीं थे।
अपने विचारों को करें आजाद
उन्होंने कहा कि आज तक जो भी राजनीतिक लोग आए वह सिर्फ अपने घर भरने में ही लग गए। अधिकारियों को भी शह मिलती रही। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार ने कई बदलाव किए हैं। हजारों युवाओं को नौकरियां दी गईं। उन्होंने कहा कि अभी भी कई पार्टियों में ऐसे नेता हैं, जिनकी उम्र 92 से भी अधिक हो गई है, लेकिन वह लोग अब भी एक मौका मांग रहे हैं।
उन्होंने उन लोगों को सलाह दी है कि वह घर बैठ जाएं और युवाओं को आगे आने का मौका दिया जाए। उन्होंने खास तौर पर लड़कियों को कहा कि उनके बिना अगर घर नहीं चल सकते तो उनके बिना देश भी नहीं चल सकता। वह आगे आएं और नेताओं से सवाल पूछे और अपने विचारों को आजाद करें। उन्होंने उन्हें फेसबुक, इंस्टाग्राम आदि से दूर रहने की भी अपील की। अगर इनका इस्तेमाल करना है तो अच्छे के लिए करें।