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पीएमस्कूलों में शिक्षा प्रदान करने की आधुनिक तकनीक और शिक्षण पद्धति विकसित की जा रही

भोपाल

प्रदेश में पीएमयोजना में वर्तमान में 553 स्कूल संचालित हो रहे है। यह स्कूल हायर सेकेण्डरी, हाईस्कूल, माध्यमिक और प्राइमरी स्कूल के रूप में चयनित हुए है। पीएमयोजना केन्द्र एवं राज्य के सहयोग से स्कूल शिक्षा में गुणवत्ता में सुधार एवं शिक्षा व्यवस्थाओं और अधिकसुदृढ़ बनने की एक महत्वाकांक्षी योजना है। देश में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दिसम्बर 2022 में इस योजना की शुरूआत की थी। पीएमस्कूल 60 प्रतिशत केन्द्र सरकार से और 40 प्रतिशत राज्य सरकार की वित्तीय मदद से संचालित हो रहे है।

पीएमस्कूल राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 सभी घटकों की पूर्ति करते हुए एक मॉडल स्कूल के रूप में कार्य कर रहे है। पीएमस्कूलों में शिक्षा प्रदान करने की आधुनिक तकनीक और शिक्षण पद्धति विकसित की जा रही है। इन स्कूलों में व्यवहारिक, रोजगार परख एवं कौशल आधारित शिक्षण व्यवस्था पर जोर दिया जा रहा है। पीएमस्कूल छात्रों की शिक्षा, कौशल, समस्या समाधान और मानसिक विकास पर ध्यान केन्द्रित कर रहे है। इसके साथ ही बच्चों को 21वीं सदी के प्रमुख कौशलों से प्रशिक्षित किया जा रहा है।

पीएमस्कूल का मिशन

प्रदेश में संचालित पीएमस्कूलों का उद्देश्य ऐसे आदर्श स्कूल तैयार करना है, जहां हर छात्र को अपनापन लेगे और उसेमहसूस हो की उसका ध्यान रखा जा रहा है। पीएमस्कूलके सभी छात्रों के लिये अच्छा भौतिक बुनियादी ढांचा और सीखनें के लिये अनुकूल उपयुक्त संसाधन उपलब्ध कराये जा रहे है।

प्रदेश में पीएमस्कूल की उपलब्धियाँ

प्रदेश के 283 स्कूलों में अतिरिक्त कक्ष का निर्माण कराया जा रहा है। इतने ही स्कूलों में बाला फीचर्स के अंतर्गत कक्ष का निर्माण किया जा रहा है। प्राइमरी कक्षाओं में पढ़ने वाले बच्चों के लिये स्कूलों में झूले लगवाये गये है। राज्य के 219 पीएमस्कूलों में अटल टिकरिंग लैब उपलब्ध कराई गई है। प्रदेश के सभी पीएमस्कूलों को ग्रीन स्कूल की तर्ज पर विकसित किया जा रहा है। ग्रीन स्कूल के अंतर्गत स्कूल परिसर के समीप वाटिका का विकास, पौध-रोपण, वॉटर हार्वेस्टिंग, एलईडी लाईट, सोलर पैनल इत्यादि की व्यवस्था की गई है। राज्य के 369 स्कूलों में आईसीटी लैब उपलब्ध कराई गई है। बच्चों को आधुनिक रूप से शिक्षा देने के लिये 218 पीएमस्कूलों में स्मार्ट क्लास उपलब्ध कराई गई है। शेष 92 स्कूलों में सत्र 2024-25 में स्मार्ट क्लास तैयार की जा रही हैं।

प्रदेश के सभी पीएमस्कूलों में स्वच्छता पखवाड़ा, स्वास्थ्य परीक्षण, विज्ञान मेला आदि गतिविधियां की गई हैं। सभी स्कूलों में बच्चों के ठहराव और उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिये कम्यूनिटी मोबालाइजेशन पर जोर दिया गया है। इस प्रक्रिया से बच्चों के नामांकन प्रतिशत में वृद्धि हुई है। सभी स्कूलों में खेल सुविधा के विकास के लिये खेल सामग्री क्रय करने के लिये पर्याप्त राशि उपलब्ध कराई गई है। प्रदेश के 402 स्कूलों में डिजिटल लायब्रेरी की व्यवस्था उपलब्ध कराई गई है।

स्कूलों के विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिये परिवेशों तथा बहुरंगी संस्कृति के अवलोकन के लिये 45 हजार विद्यार्थियों को ऐतिहासिक स्थानों का एक्सपोजर विजिट कराया गया है। राज्य के 391 पीएमस्कूलों मे पढ़ने वाली बालिकाओं में आत्म-विश्वास बढ़ाने के लिये आत्म-रक्षा प्रशिक्षण दिलाया गया है। पीएमयोजना के 402 स्कूलों में बच्चों को साइंस एवं मैथ्स किट उपलब्ध कराई गई है।

 

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