11 महीने में मिला 25 क्विंटल तस्करी का सोना जब्त
नई दिल्ली । विदेश से सोना तस्करी के बढ़ रहे मामलों ने एक बार फिर कस्टम विभाग के कान खड़े कर दिए हैं। कोरोना महामारी की दस्तक के बाद पिछले दो वर्षों तक तो तस्करों के कारनामों को काफी हद तक बांध दिया गया था लेकिन अब एक बार फिर से तस्कर बेकाबू नजर आने लगे हैं। कस्टम विभाग अब तस्करी की रोकथाम के लिए नए सिरे से रणनीति बनाने की योजना पर कार्य करने की सोच रहा है। आलम यह है कि पिछले वर्ष मार्च से अभी तक देश के अलग-अलग हिस्सों में स्थित 39 एयरपोर्ट पर तस्करी के 3614 मामले सामने आ चुके हैं। तस्करों के कब्जे से इस अवधि में 2531.97 किलो सोना जब्त किया जा चुका है। सोना तस्करी के लिए सबसे अधिक हवाई मार्गों का इस्तेमाल किया जाता है। चिंता की बात यह है कि देश भर के तमाम एयरपोर्ट में सबसे अधिक तस्करी के मामले मुंबई एयरपोर्ट पर आते हैं। इसके बाद आईजीआई का स्थान आता है। पिछले वर्ष मार्च से इस वर्ष फरवरी के मध्य मुंबई में 604.50 किलो तथा आईजीआई एयरपोर्ट पर 374.53 किलो सोना तस्करों से जब्त किया जा चुका है। इसके बाद चेन्नई व कालीकट एयरपोर्ट पर तस्करी के सर्वाधिक मामले आए। कस्टम अधिकारियों का कहना है कि तस्करों पर नकेल कसने के लिए उपाय तो किए ही जा रहे हैं लेकिन सबसे बड़ी चिंता तस्करों के साथ विमान में तैनात केबिन क्रू व एयरपोर्ट कर्मियों का गठजोड़ होना है। तस्करों को इस गठजोड़ के कारण कस्टम की पकड़ में आने से बचा लिया जाता है। देश भर के एयरपोर्ट की बात करें तो पिछले वर्ष मार्च से इस वर्ष फरवरी के मध्य ऐसे गठजोड़ के 29 मामले सामने आ चुके हैं। इन सभी 29 मामलों में 29 आरोपितों की गिरफ्तारी भी हो चुकी है। 29 मामलों में 80.69 किलो सोना तस्करों के कब्जे से जब्त किया गया। पिछले तीन वर्षों की बात करें तो आईजीआई एयरपोर्ट पर इस तरह के 14 मामले सामने आए हैं।