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बीस दिनों में पुलिस से मुठभेड़ों में 3 बदमाश ढेर
लुधियाना । पंजाब में रंगदारी के मामले में पुलिस ने 117 संदिग्धों को हिरासत में लिया है। इससे व्यापारियों में कानून-व्यवस्था को लेकर पुलिस पर दबाव बढ़ता जा रहा था। करीब 3 हफ्तों में कई जिलों में पुलिस गैंगस्टरों व बदमाशों का सफाया करने में लगी है। पंजाब में गैंगस्टरों का नेटवर्क टूट गया है।
सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री मान ने पंजाब पुलिस को गैंगस्टरों पर सख्ती बरतने का आदेश दिया है। पुलिस प्रवक्ता आईजी सुखचैन सिंह ने हाल ही में कहा था कि मुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश जारी किया है कि किसी भी अपराधी को राज्य में पैर रखने की अनुमति नहीं दी जाएगी। सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में शामिल मानू कुस्सा और जगरूप रूपा की मुठभेड़ में मौत के बाद अब पंजाब पुलिस फिर एक्शन मोड पर है।
पिछले दिनों पंजाब में रंगदारी के मामले में इजाफा देखने को मिला। पुलिस ने इस दौरान 117 संदिग्धों को हिरासत में लिया है। रंगदारी के वजह से व्यापारी वर्ग खौफ में था और कानून-व्यवस्था को लेकर पुलिस पर दबाव बढ़ता जा रहा था। पुलिस ने अब ऑपरेशन क्लीन चलाने की तैयारी की है। इसकी शुरुआत नवंबर के आखिरी सप्ताह में तब हुई जब लुधियाना पुलिस ने दो गैंगस्टरों को मार गिराया। पुलिस को दोनों गैंगस्टरों की कारोबारी संभव जैन के अपहरण और गोली मारने के मामले में तलाश थी। कारोबरी संभव जैन के अपहरण मामले को डीजीपी गौरव यादव व स्पेशल डीजीपी अर्पित शुक्ला ने गंभीरता से लिया और हाईलेवल मीटिंग में गैंगस्टरों व बदमाशों के खिलाफ ऑपरेशन की रणनीति बनी। इसके बाद कई पुलिस मुलाजिमों और एनकाउंटर स्पेशलिस्ट को बुलेट प्रूफ जैकेट भी दी गई। संभव जैन कांड के बाद से लुधियाना में व्यापारियों में काफी रोष व भय का वातावरण था। इसके बाद पंजाब में मुठभेड़ों की झड़ी लग गई। जालंधर में शुक्रवार रात को हुई मुठभेड़ में गैंगस्टर दविंदर पाल को गोली लगी है। वह कुशल चौधरी गैंग से जुड़ा है।