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क्रिप्टों करेंसी में निवेश के नाम पर झांसा देकर 49 लाख ठगे


नई दिल्ली ।
साइबर ठगों का संचार और आईटी सुरक्षा के माध्यम से लूट करने का खतरा बढ़ता जा रहा है। ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए, सरकार द्वारा सुरक्षा उपायों को बढ़ावा देना जरूरी है।

इस मामले में, उत्तरी जिले के साइबर सेल थाने की पुलिस को संदेह होने पर तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए। उन्हें जांच करनी चाहिए कि क्या सच में एक ठगी या धोखाधड़ी का मामला है। अगर हाँ, तो ठगों को जल्द से जल्द पकड़ना चाहिए।

साइबर सुरक्षा के मामले में, लोगों को सतर्क रहना चाहिए। वे स्पैम ईमेल, फिशिंग या फेक वेबसाइट्स से सावधान रहना चाहिए। लोगों को यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि वे अपने कंप्यूटर या स्मार्टफोन में एंटीवायरस सॉफ्टवेयर और फ़ायरवॉल का उपयोग कर रहे हैं।

ठगों ने पीड़ित को पार्ट टाइम जॉब में मुनाफा दिया। पीड़ित क्रिप्टों करेंसी में निवेश करने पर दोगूना मुनाफा देने का झांसा दिया। ठगों पर भरोसा कर पीड़ित ने अपने 49 लाख रुपये गवां दिए। 

आशुतोष सेखरी उत्तरी दिल्ली के रूप नगर इलाके में रहते हैं। उन्हें वाट्सएप एक महिला ने संदेश भेजा, बताया गया कि पार्ट जॉब में उन्हें काफी मुनाफा दिया जाएगा। वह राजी इस पर राजी हो गए। एक टेलीग्राम ग्रुप में शामिल किया गया। 

उसमें 35 लोग जुड़े हुए थे। शुरुआत में उन्हें यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करने काम सौंपा गया। कुछ दिन बाद पीड़ित के खाते में 5000 हजार रुपये भेज दिए गए। इससे पीड़ित ठगों के विश्वास में आ गए।

 एक दिन उन्हें कहा गया कि क्रिप्टों करेंसी में निवेश करने पर दोगुना लाभ दिया जाएगा। ऐसे में उन्होंने 49 लाख रुपये ठगों के बताए बैंक खाते में जमा कर दिया। एक एप में पीड़ित को दिखाया गया कि उनकी निवेश की गई रकम दोगुनी हो गई है, इसे निकलाने के लिए कर के रूप में 12 लाख रुपये देने होंगे। 

ऐसे में पीड़ित को शक हुआ। इसके बाद उन्होंने पुलिस से मामले की शिकायत की। पीड़ित ने बताया कि मोटे मुनाफे के चक्कर में उन्होंने ठगों को अपने एक दोस्त से कुछ पैसे से उधार लेकर रुपये दिए थे। फिलहाल उत्तरी जिला पुलिस मामले की जांच कर रही है। 

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