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78 फर्जी खाते खोलकर लिया 50 लाख का ऋण, मुंबई की कंपनी के साथ हुई ठगी

भोपाल । जालसाजों ने 78 फर्जी खाते खोलकर 50 लाख रुपये का ऋण ले लिया। मुंबई की बिजनेस लोन देने वाली कंपनी के साथ यह ठगी हुई है। बाद में कंपनी को पता चला कि लोन लेने वाले कस्टमर दिए गए पते पर नहीं रहते हैं। 
मुंबई की बिजनेस लोन देने वाली एक कंपनी के ईपे-लेटर एप्लीकेशन पर जालसाजों ने फर्जी खाते खोलकर आईडी हासिल कर फर्जी तरीके से 50 लाख रुपये का ऋण ले लिया। जालसाजी का पता उस वक्त चला, जब लोन लेने वालों ने कई महीनों तक लोन नहीं चुकाया। कंपनी को पता चला कि लोन लेने वाले कस्टमर दिए गए पते पर नहीं रहते हैं। कंपनी के अधिकारी की शिकायत पर साइबर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ धोखाधड़ी और आईटी एक्ट के तहत केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
साइबर क्राइम पुलिस भोपाल के अनुसार 34 वर्षीय अजय कुमार मिश्रा उत्तर प्रदेश के फैजाबाद के रहने वाले हैं। घाटकोपर वेस्ट मुंबई स्थित अर्थशास्त्र ईपे-लेटर फाइनेंसियल प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में अधिकारी हैं। उन्होंने पुलिस को बताया कि अर्थशास्त्र ईपे-लेटर फाइनेंसियल प्राइवेट लिमिटेड कंपनी लोगों को ईपे-लेटर एप्लीकेशन के माध्यम से 10 हजार से लेकर 20 लाख तक व्यापार करने के लिए बिजनेस लोन उपलब्ध कराती है, जिसके लिए कंपनी कस्टमर से उनका पेन कार्ड, आधार कार्ड, बिजनेस लाईसेंस (गुमास्ता), जीएसटी, बिजली का बिल, बैंक आकाउंट की डिटेल एप के माध्यम से ऑनलाइन लेकर उसका सत्यापन कर एक आईडी बनाती है, जिन कस्टमरों की आईडी बनती है, उन कस्टमरों की पूर्व में ऑनलाईन शॉपिंग जैसे फ्लीप कार्ड, बिग बॉस्केट, रिलायंस में आईडी बनी रहती है। उन्ही आईडी का सत्यापन कर कंपनी कस्टमरों को बिजनेस करने के लिए लोन देती है। 
अक्टूबर से फरवरी के बीच ठगी…
अर्थशास्त्र ईपे-लेटर फाइनेंसियल प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने अक्टूबर से पिछले महीने तक लगभग 78 ग्राहकों को अलग-अलग किश्तों में लगभग 50 लाख का व्यापार करने के लिए बिजनेस लोन दिया था, जिन कस्टमरों को कंपनी ने बिजनेस करने के लिए लोन लोन दिया, वह कस्टमर कंपनी को लोन का पैसा वापस नहीं लौटा रहे थे तो कंपनी के फील्ड कर्मचारी ने ग्राहकों के बताए गए पते पर जाकर पता किया तो कस्टमर दिए गए पते पर रहना नहीं पाये गये।
फर्जी दस्तावेज से बनाई थी आईडी…
इसके बाद कंपन्नी को पता चला की जिन ग्राहकों को कंपनी ने बिजनेस करने के लिए लोन दिया था। उन्होंने फर्जी तरीके से अपने दस्तावेज ईपे-लेटर एप्लीकेशन में अपलोड कर कंपनी में फर्जी आईडी बनाकर लोन लिया है। पुलिस ने इस मामले में आवेदन जांच के बाद अज्ञात आरोपी के खिलाफ केस दर्ज किया है। पुलिस मामले की जांच कर जालसाजों का पता लगाने का प्रयास कर रही है।

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