Uncategorized

घर के सामने धरने पर बैठी वृद्धा, लगाई न्याय की गुहार

परिवार के सदस्यों ने घर से निकला

– बेटा, बहु और बेटी से जान का खतरा
बस्ती । पुरानी बस्ती थाना क्षेत्र की सुर्तीहट्टा निवासिनी लगभग 75 वर्षीया चन्द्रकान्ती पत्नी स्वर्गीय मोहनलाल को परिवार के सदस्यों ने घर से निकाल दिया और उसके हिस्से के कमरे पर ताला लगा दिया। वृद्धा चन्द्रकान्ती न्याय के लिये दर-दर भटक रही है। उसने जिलाधिकारी समेत उच्चाधिकारियों को पत्र देकर कहा है कि घर का ताला खुलवाने की मांग को लेकर वह शनिवार 2 मार्च से घर के सामने सड़क पर धरना दे रही है। इसके बाद भी न्याय न मिला तो वह जिलाधिकारी कार्यालय के सामने धरने पर बैठेगी।
जिलाधिकारी एवं सम्बंधित अधिकारियों को दिये पत्र में 75 वर्षीया चन्द्रकान्ती पत्नी स्वर्गीय मोहनलाल ने कहा है कि वह मकान संख्या 103 वार्ड नम्बर 2 सुर्तीहट्टा नगरपालिका परिषद में मकान में 1/3 की स्वामिनी है। उसका एक पुत्र बीमार रहता है, वह स्वयं वृद्ध है। उसे असहाय मानते हुये योगेश सडाना उसके मकान पर जबरिया कब्जा कर लेना चाहते हैं। वह अपने बहू के साथ अयोध्या में रहती है। गत 24 फरवरी को जब वह बस्ती आयी तो योगेश सडाना पुत्र श्रीराम और उनकी पत्नी सतनाम कौर (सोनी) और लड़की आस्था सडाना, पुत्र आदित्य सडाना आदि ने उसे घर में घुसने नहीं दिया और गालियां देकर मारा पीटा। पत्र में चन्द्रकान्ती ने कहा है कि वह न्याय के लिये पुरानी बस्ती थाने पर गयी तो पुलिस ने दोनों पक्षों का भादिवि की धारा 151 में चालान कर दिया। उनकी बहू और उसके भाई को जेल भेज दिया गया।
चन्द्रकान्ती ने कहा है कि किसी तरह सड़क पर गुजारा कर रही है। उसने प्रशासन से मांग किया है कि मकान संख्या 103 के जिस हिस्से में वह रही है उसे रहने दिया जाय और दोषियों के विरूद्ध कार्रवाई के साथ ही उसके और उसके पुत्र और बहू के जान माल की रक्षा कराया जाय। विपक्षी मकान के लालच में कोई भी हरकत कर सकते हैं।

Related Articles