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संवेदनशीलता में भी सर्वश्रेष्ठ शहर बनेगा भोपाल : महापौर

परिवार के भीतर लैंगिक समानता के साथ महिलाओं का सम्मान भी जरूरी

सामुदायिक पुलिसिंग के नवाचारों से भोपाल में महिलाओं के विरुद्ध घटित अपराधों में आई कमी
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर भोपाल कमिश्नरेट, मप्र पुलिस व उदय सामाजिक विकास संस्था का संयुक्त कार्यक्रम
भोपाल के बीएसएसएस कॉलेज स्थित ऑडिटोरियम में 1600 से अधिक प्रतिभागियों ने लिया कार्यक्रम में हिस्सा

भोपाल । अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर भोपाल कमिश्नरेट, मप्र पुलिस व उदय सामाजिक विकास संस्था द्वारा परिवार उत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया। भोपाल का बीएसएसएस कॉलेज स्थित ऑडिटोरियम 1600 से अधिक प्रतिभागियों और अन्य उपस्थितजन से खचाखच भरा था। यूएन की महिला दिवस थीम “इम्पायर इन्क्लुज़न” पर आधारित इस कार्यक्रम का उद्देश्य परिवार और समाज में लैंगिक समानता और समता का वातावरण निर्मित करना है ताकि बालिकाएं और महिलाएं समाज में सुरक्षित महसूस कर सकें।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में महापौर मालती राय, विशिष्ट अतिथि डीआईजी डॉ. विनीत कपूर, डीसीपी हेडक्वार्टर रामशरण प्रजापति, एडीसीपी नीतू ठाकुर, एसीपी क्राइम  अनुरक्ति सबनानी, कनाडा की कोएड यूनिवर्सिटी के डायरेक्टर ऑलिन और आभा भइया, स्वयं सेवी संस्था की जूली जैन, सारिका सिन्हा, यूनिसेफ के अमरजीत आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का उद्देश्य उदय संस्था की निर्देशिका डॉ. सिटर लिसि थॉमस ने रखा। मंच संचालन भारती ठाकरे व सीतू जादौन ने किया। आभार एडिशनल डीसीपी महिला सुरक्षा नीतू ठाकुर ने माना।
भोपाल को बनाएंगे संवेदनशील शहर : महापौर
भोपाल की महापौर मालती राय ने कहा कि पुलिस और स्वयंसेवी संस्थाओं के माध्यम से भोपाल की महिलाओं और बालिकाओं में आत्मविश्वास बढ़ा है। भोपाल देश की सबसे स्वच्छ राजधानी है और हम सभी को मिलकर इसे सबसे संवेदनशील शहर भी बनाना है। भोपाल पुलिस ने कई नवाचार किए हैं और इसके सकारात्मक परिणाम भी सामने आ रहे हैं। निश्चित ही हम न केवल भोपाल बल्कि प्रदेश के हर जिले को महिलाओं के लिए सुरक्षित बनाएंगे। 
महिलाओं से छेड़छाड़ के मामलों में 23 प्रतिशत की आई कमी :- डॉ. विनीत कपूर
डीआईजी डॉ. विनीत कपूर ने पुलिस द्वारा किए जा रहे नवाचारों जैसे महिला ऊर्जा डेस्क और सृजन, धृति, मैं हूं अभिमन्यु व आशा सहित विभिन्न महिला केंद्रित अभियानों के बारे में जानकारी प्रदान की। उन्होंने कहा कि इन सभी नवाचारों के प्रारंभ होने से वर्ष 2022 की तुलना में वर्ष 2023 में महिलाओं से छेड़छाड़ के मामलों में 23 प्रतिशत की कमी आई है। 
सृजन किशोरियों व शक्ति समिति की सदस्यों द्वारा दी गई प्रस्तुतियां :-
महिला दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित इस कार्यक्रम में 1600 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया, जिनमें 8 थानों की शक्ति समिति के 240, स्वसहायता समूह के 230 सदस्यों, घरेलू कामकाजी समूह के 430 सदस्य, न्याय चौपाल के 100, 350 किशोरी बालिकाएं और 250 पुरुष शामिल हुए। डीआईजी डॉ. कपूर के उद्बोधन के पश्चात सृजन किशोरियों द्वारा मार्शल आर्ट की प्रस्तुति दी गई। इस अवसर पर जहां सृजन किशोरियों द्वारा नृत्य की प्रस्तुति दी गई वहीं शक्ति समिति की दीदियों द्वारा “मेरी कहानी, मेरी जुबानी” कार्यक्रम के दौरान अपने बारे में जानकारी दी। इसके पश्चात शक्ति समिति की सदस्यों द्वारा पॉवरवॉक की प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम में उपस्थित विशिष्ट अतिथियों के उद्बोधन के पश्चात शक्ति समिति की सदस्यों, पुलिस विभाग में उत्कृष्ट कार्य करने वालों और अतिथियों का सम्मान किया गया। शक्ति समितियों और सृजन अभियान से जुड़ी महिलाओं और बालिकाओं के साथ-साथ उनके साथ आए परिजनों के लिए भोजन की व्यवस्था भी की गई।

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