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भाजपा प्रत्याशी के पास कार्यकर्ताओं का टोटा, जनसंपर्क के दौरान नहीं दिख रहे पार्टी पदाधिकारी
टीकमगढ़ । जिला मुख्यालय की टीकमगढ़ विधानसभा सीट पर एक अलग ही माहौल देखने को मिल रहा है। जहां पर भाजपा प्रत्याशी एवं वर्तमान विधायक के पक्ष में जनसंपर्क में पार्टी पदाधिकारी कतरा रहे हैं वहीं समर्थक भी खुल कर फोटो निकलवाने को तैयार नहीं है वजह जो कुछ भी रही हो लेकिन दबी जुबान से लोग यह कहते दिखाई दे रहे है कि जो आपने बोया है वह काटना ही पड़ेगा। सोमवार को दीपावली पर्व के दूसरे दिन जब भाजपा प्रत्याशी की धर्मपत्नी व पूर्व नपाध्यक्ष अम्बेडकर तिराहा के आगे जनसंपर्क कर ही थी तब उनके साथ आधा दर्जन महिलाओं को देखते हुए यह लगा कि पुरूषों के महिलाओं का रूझान भी इस ओर नहीं है।
टीकमगढ़ विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के पूर्व विधायक केके श्रीवास्तव के बागी होने से ही क्षेत्र की राजनीति के सारे समीकरण बिगाड़ कर रख दिए है। इसके अलावा कुशवाहा समाज से नाता रखने वाले भाजपा के निष्ठावान कार्यकर्ता आनंद कुशवाहा जो चुनावी मैदान में है इन दोनों लोगाें ने भाजपा के वोटो में सेंध लगाने का काम शुरू कर दिया है। गौरतलब है कि भाजपा प्रत्याशी राकेश गिरि के घर जहां दो पंचवर्षीय नगर पालिका की कमान रहीं है वहीं एक पंचवर्षीय वह स्वयं विधायक पद का निर्वाहन भली भांति निभा चुके हैं। इसके अलावा जनपद पंचायत अध्यक्ष के पद पर पिछली बार के अलावा इस बार भी उनका ही कब्जा है। जिसके फलस्वरूप आज उन्हें प्रचार के दौरान कार्यकर्ताओं का न मिलना कई सवालों को जन्म देता है। देखना यह है कि आगामी 17 नवम्बर को होने वाले मतदान के दौरान कहीं नपा चुनाव जैसी स्थिति निर्मित तो नहीं हो सकती।
हालांकि मतदाता कुछ कहने को तैयार नहीं हैं लेकिन कुछेक लोगों की मानें तो विरोध के वोट का लाभ दूसरी पार्टियों को मिलने के आसार दिखाई दे रहे हैं।
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कांग्रेस का गमछा पहनने में नहीं कर रहे लोगा गुरेज :
ग्रामीण अंचलों में लोग कांग्रेस की सदस्यता लेने में तनिक भी नहीं कतरा रहे है वह बेहिचक कांग्रेस का गमछा पहन कर पार्टी के कार्यकर्ता बनने को तैयार दिखाई दे रहे हैं। टीकमगढ़ विधानसभा अंतर्गत आने वाले कई ग्रामीण अंचलों में हजारों कार्यकर्ता जो पार्टी में शामिल हुए है उनके नाम मीडिया में प्रकाशित हो चुके हैं। इससे साफ यह जाहिर होता है कि मतदाता अपना मन भाजपा प्रत्याशी के विरोध में बना चुका है। सोमवार को जिला पंचायत सदस्य श्रीमती सुषमा सिंह जब कुण्डेश्वर क्षेत्र के ग्रामीण अंचलों में कांग्रेस के पक्ष में वोट करने की अपील करने पहुंची तो वहां पर सैकड़ों नागरिकों ने कांग्रेस का गमछा पहनने में तनिक भी गुरेज नहीं की और पार्टी का ध्वज लेकर काम करने का संकल्प लिया।
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शहरी क्षेत्र से नदारद, ग्रामीण अंचल में दी दस्तक :
टीकमगढ़ विधानसभा के भाजपा प्रत्याशी राकेश गिरी जहां शहर से नदारद दिखाई दे रहे है वहीं उन्होंने ग्रामीण अंचलों मेंे दस्तक देकर अपना रूतबा दिखा रहे हैं क्योंकि ग्रामीणों को तो इनका शहरीय क्षेत्र का हाल पता नहीं है इस लिए वह शहर में अपनी हालत पतली देख ग्रामीण क्षेत्रों की ओर रूख कर रहे है। हालांकि विधानसभा चुनाव का प्रचार कल यानी बुधवार 15 नवम्बर शाम थम जाएगा। अब तो चुनावी बिसात का काम शेष रह चुका है। इस रणनीति में जो भी प्रत्याशी अपनी महत्वूपर्ण भूमिका निभा पाएगा वह विधानसभा की पावन देहलीज चूमने के काबिज रह पाएगा। बाकि शेष प्रत्याशी अपने-अपने घर पावन देहलीज चूमें। जिसमें सारे संसार सागर का सार लिखा हुआ है। वेद पुराणों के अनुसार राजनीति वहीं व्यक्ित करता है जिसका कुछ इतिहास हो, इतिहास बगैर मिली क्षणिक राजनीति व सफलता का आदमी को गुरूर नहीं होना चाहिए क्योंिक गुरूर वाले व्यक्ित को ईश्वर बाहर का रास्ता दिखाने में जरा भी संकोच नहीं करता है।