Uncategorized

बोर्ड परीक्षा के छात्रों को मिलेंगी बार कोड वाली उत्तर पुस्तिकाएं

टीकमगढ़। मध्य प्रदेश बोर्ड के द्वारा कक्षा 10वीं व 12वीं की परीक्षाएं शुरू होने जा रही हैं जिसमें माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा जारी टाईम-टेबल के अनुसार बोर्ड 10 की परीक्षाएं कल 5 फरवरी से प्ररंभ हाेेगी जो 28 फरवरी तक चलेंगी इसके अलावा 12 की परीक्षाएं 6 फरवरी से शुरू होकर अगले माह 5 मार्च 2024 तक जारी रहेंगी। जिला शिक्षाधिकारी आईएल आठ‍्या ने उक्त जानकारी देते हुए बताया कि जिले में कुल 43 केन्द्र बनाए गए हैं जिनमें 4 परीक्षा केन्द्रों को अति संवेदनशील घोषित किया गया है।

उन्होंने बताया कि माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा आयोजित परीक्षा में कक्षा 10वीं के 16071 छात्र-छात्राएं एवं 12वीं में 10213 विद्यार्थी भाग लेंगें। बोर्ड परीक्षा को देखते हुए प्रदेश सरकार द्वारा एस्मा एक्ट लागू किया गया है। इस एक्ट के तहत बोर्ड परीक्षा के दौरान शिक्षकों को धरना-प्रदर्शन और छुट्टी की अनुमति नहीं होगी। स्कूल शिक्षा विभाग ने एक आदेश जारी कर उसमें उल्लेख किया गया है कि दसवीं- बारहवीं परीक्षा के दौरान कोई भी शिक्षक छुट्टी नहीं ले सकेगा। वहीं मोबाइल पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा यहां तक कि केंद्राध्यक्ष भी मोबाइल नहीं रख सकेंगे। परीक्षा केंद्र के अंदर किसी के भी पास मोबाइल पाया गया तो 10 साल की सजा का प्रावधान है।
कॉपियों पर होगा बार कोड : इस बार बोर्ड परीक्षा की कॉपियों में बारकोड लगा होगा जिसके कई फायदे होंगे। दरअसल, बोर्ड परीक्षा में कई बार गड़बड़ी सामने आती थी। जिसमें स्टूडेंट के अपनी कॉपी में रोल नंबर और नाम लिखने की वजह से कॉपी चेकिंग के दौरान गड़बड़ी की संभावना रहती थी। इसी वजह से इस बार कॉपी के ऊपर बार कोड लगाया जाएगा। यहां आपको बता दें कि हर साल बोर्ड परीक्षा में स्टूडेंट मूल कॉपी भरने के बाद सप्लीमेंट्री कॉपी ले सकते थे, लेकिन इस दफा एक्स्ट्रा कॉपी लेने की सुविधा नहीं होगी। वोकेशनल और संस्कृत विषय के लिए 20 पेज की कॉपी होगी। वहीं गणित विषय में 32 पन्नों की ग्राफ कॉपी दी जाएगी। जबकि प्रैक्टिकल कई एग्जाम के लिए 10वीं के विद्यार्थियों को 8 पेज और 12वीं के विद्यार्थियों ती को 12 पेज की कॉपी दी जाएगी।
क्या कहतें हैं अधिकारी : समस्त परीक्षा केन्द्रों की सतत निगरानी करने के लिए उड़न दस्ता दलों का गठन किया जा चुका है जो केन्द्रों की वीडियोग्रफी के साथ निरीक्षण करेगा। हालांकि मैं स्वयं मध्यप्रदेश बोर्ड की तय गाईड लाईन अनुसार व्यवस्था बना चुका हूं।

Related Articles