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कंटेनर के ब्रेक हुए फेल, चपेट में आई स्कॉर्पियो कार और ऑटो, महिला की मौत
भोपाल । शहर के कोहेफिजा थाना इलाके में स्थित फिलफोरा रेस्टोरेंट के पास बीती घाट चढ़ रहे एक कंटेनर के अचानक ब्रेक फेल हो गए थे। बेकाबू होकर कटेंनर पीछे लुढ़क गया जिसकी चपेट में स्कॉर्पियो कार और ऑटो आ गये। हादसे में ऑटो में सवार एक महिला की मौत हो गई। हादसे के बाद टक्कर मारने वाला कंटेनर घटनास्थल पर ही खड़ा हुआ था, जिसमें बीती रात रहस्यमय तरीके से आग लग गई। सूचना मिलने पर पहुंची दमकलो की की मदद से आग को बुझा दिया गया लेकिन तब कि कंटेनर में रखे कई एसी आग में जलकर और बचे हुए आग बुझाने के लिये पानी डालने से खराब हो गए। अचानक आग लगने की घटना सदिंग्ध नजर आ रही है। हालांकि पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार शांति श्रीवास (80) पत्नी राम नारायण श्रीवास निवासी नारीयलखेड़ा दाई थी। शुक्रवार को वह काम के चलते कोहेफिजा के बीडीए कालोनी में एक घर पर गई थी। काम के बाद वह दोपहर करीब 1 बजे फिलफोरा रेस्टोरेंट के सामने ठेले से सब्जी खरीद रही थी। इस दौरान वहां पर घाट चढ़ रहे कंटेनर के अचानक ब्रेक फेल हो गए। बेकाबू होकर कंटेनर पीछे की तरफ लुढ़कने लगा। इस दौरान एक ऑटो चालक अस्सू खां आटो लेकर नीचे की तरफ उतर रहा था, कंटेनर ने उसे भी अपनी चपेट में ले लिया। इस हादसे में अस्सू को पैर में फ्रेक्चर हुआ है, वहीं उनका आटो पूरी तरह से चकनाचूर हो गया। आटो को टक्कर मारने के बाद कंटेनर ने सड़क किनारे खड़ी एक स्कार्पियो को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी, कि स्कार्पियो आगे जाकर बिजली के पोल में जा घुसी। गनीमत रही की स्कार्पियो में कोई सवार नहीं था। स्कार्पियो को टक्कर मारने के बाद कंटेनर रुक गया। उसकी चपेट में शांतिबाई भी आ गई जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई थी। मृतका के 5 वर्षीय नाती को सिर में 8 टांके आए हैं। हादसे के बाद कंटेनर चालक मौके से भाग गया था, लेकिन कंटेनर के दूसरे चालक को पुलिस ने खोजबीन कर देर शाम तक ढूंढ लिया था। उसने घटना का कारण ब्रेक फेल होना बताया था। कंटेनर काफी बड़ा होने के कारण उस सयम उसे हटाना काफी जोखिम भरा होने के कारण उसे उस समय वहॉ से नहीं हटाया जा सका था। रात करीब साढ़े ग्यारह बजे कंटेनर में अचानक आग लग गई। आशंका है कि किसी अज्ञात ने कंटेनर में आग लगाई है। सूचना मिलने पर दो फायर फाइटर और टैंकरों की मदद से करीब तीन घंटे की मशक्कत के बाद कंटेनर में लगी आग पर पूरी तरह से काबू पाया जा सका।