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जहर खाकर खुदकुशी किये जाने के मामले में सात लोगो के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज
भोपाल। शहर की अयोध्या नगर थाना पुलिस ने भोपाल के एक थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक के भाई द्वारा जहर खाकर खुदकुशी किये जाने के मामले में करीब तीन महीने की जॉच के बाद सब इंस्पेक्टर, रिटायर्ड एएसआई और सात लोगो के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया है। आरोपी एस आई सहित सभी आरोपी मृतक को उसकी संपत्ति ससुराल वालों के नाम करने के लिए धमकाते हुए कई तरह से मानसिक रुप से बीते काफी समय से प्रताड़ित कर रहे थे। पत्नी सहित सभी की मानसिक प्रताड़ना से तंग आकर बीती 1 दिसंबर को जहर खाकर जान दे दी थी। आत्महत्या से पहले मृतक ने एक वीडियो बनाया था। इसके साथ ही एक सुसाइड नोट भी लिखा था। इन्हीं साक्ष्यों की जॉच और परिजनो के बयानो के आधार पर पुलिस ने प्रकरण दर्ज किया है।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक अभिनव होम्स, अयोध्या नगर में रहने वाले 40 वर्षीय मनोज रघुवंशी (40) इंडिया पोटाश लिमिटेड कंपनी में काम करते थे। उनके पिता पुलिस विभाग से सेवानिवृत्त हैं, वहीं बड़ा भाई भोपाल पुलिस में हवलदार हैं। मनोज के परिवार में पत्नी ज्योति के अलावा नौ साल का एक बेटा अक्ष है। मनोज पहले माता-पिता और भाई के साथ रहते थे, लेकिन पारिवारिक कलह के चलते वह माता-पिता से अलग अपने परिवार के साथ रहने लगे थे। खुदकुशी से पहले उनका अपनी पत्नी के साथ विवाद हुआ था, दोनों थाने पहुंचे, जहां उनकी काउंसिलिंग कराई गई। अगले दिन पत्नी विवाद करने के बाद बच्चे को लेकर मायके चली गई। घर पर अकेले रहे मनोज ने जहरीला पदार्थ खा लिया। उनका एक परिचित घर पहुंचा जिसे उन्होंने बताया कि उन्होने जहर खा लिया है। इसके बाद मनोज को इलाज के लिए हबीबगंज स्थित निजी अस्पताल पहुंचाया गया कुछ घंटे चले इलाज के बाद उनकी मौत हो गई। मर्ग कायम कर पुलिस ने आत्मत्या के कारणो की जॉच शुरु की। पड़ताल में सामने आया कि मृतक मनोज रघुवंशी ने आत्महत्या से पहले एक वीडियो बनाने के साथ ही सुसाइड नोट भी लिखा था। सुसाइड से पहले बनाए वीडियो में पत्नी ससुराल वालों और एसआई की प्रताड़ना का जिक्र किया था। इसमें उन्होनें अपनी पत्नी और ससुराल वालों पर अपनी प्रॉपर्टी पत्नि ज्योति के नाम करने के साथ ही उसके बेटे अक्ष को कमजोरी बनाकर उससे लाखों रुपए की रकम वसूलने की बात कही गई थी। उसकी पत्नी मनोज को उसके भाई, मॉ और बेटे से मिलने नहीं देती थी। प्रॉपर्टी अपने नाम कराने की बात पर पत्नि आये दिन मनोज से विवाद करते हुए मानसिक तौर पर प्रताड़ित करती थी। इसी बीच विदिशा कोतवाली में पदस्थ सब इंस्पेक्टर गौरव रघुवंशी और रिटायर्ड एएसआई राम सिंह बार-बार मनोज को धमकाते और उसके साथ ही उसके भाई पवन रघुवंशी पर झूठी एफआईआर दर्ज करवाकर फंसवाने की धमकी देते थे। विदिशा कोतवाली में पदस्थ सब इंस्पेक्टर गौरव रघुवंशी मनोज की पत्नी ज्योति और ससुराल वालों का साथ देते हुए मनोज को ससुराल वालों के नाम पर प्रॉपर्टी नहीं करने पर उसे और उसके भाई पर झूठा मामला दर्ज करने की धमकी देता था। पुलिस की जांच में इस बात का खुलासा हुआ है। जॉच के आधार पर अयोध्यानगर पुलिस ने मृतक मनोज रघुवंशी की पत्नी ज्योति रघुवंशी, सास, मौसी सास, ज्योति के रिश्तेदार रिटायर्ड एएसआई राम सिंह रघुवंशी, मौसा सुसर का बेटा विदिशा के कोतवाली में पदस्थ एसआइ गौरव रघुवंशी, अविनाश रघुवंशी और साले पिंटू रघुवंशी पर आत्महत्या के लिए उकसाने की धाराओं में एफआइआर दर्ज की गई है। मामला दर्ज होने के बाद सभी आरोपी फरार बताए जा रहे हैं। मामले की की गंभीरता को देखते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए तत्काल अलग-अलग टीमें भेजी गई लेकिन पुलिस की दबिश से पहले ही आरोपी अपने-अपने ठिकानों से फरार हो गये थे।