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छत्रपति शिवाजी महाराज मराठा समाज ने दस हजार श्रृद्धालुओं को पिलाया शरबत, फिर खुद ही समेटे डिस्पोजल
गुना। हनुमान जन्मोत्सव के पावन अवसर पर टेकरी सरकार के दर्शन को आने वाले भक्तों की सेवा में जगह जगह शीतल पेय, प्रसाद वितरण के स्टॉल लगे। डिपोजल गिलास, दोने और पाउच से सड़कें अट गईं, लेकिन इनमें एक स्टॉल ऐसा भी था जिसके आसपास डिस्पोजल का कचरा दिखाई नहीं दे रहा था।
कई संस्थाओं की तरह छत्रपति शिवाजी महाराज मराठा समाज ने भी शीतल पेय वितरित किया। लेकिन इस आयोजन की खासियत यह रही कि 10 हजार डिस्पोजल गिलास में शरबत और ठंडा पानी वितरित करने के बाद भी आयोजकों ने स्टॉल के आसपास कचरा नहीं होने दिया।
शरबत वितरण व्यवस्था में जुटे सदस्य लोगों को सड़क पर डिस्पोजल न फेंकने के लिए प्रोत्साहित करते रहे। साथ ही स्टाल के आसपास फेंके जा रहे डिस्पोजल को स्वयं ही बिना झिझक के अपना कार्य समझ कर उठा कर डस्टबिन में डालते रहे। समाज के अध्यक्ष राकेश जाधव ने बताया कि हमनें दस हजार लोगों के हिसाब से डिस्पोजल, शक्कर, शरवत, पानी की व्यवस्था की थी।
टेकरी के मुख्य मार्ग पर सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक स्टाल से ठंडा पानी और शरबत वितरित किया गया। इसके लिए रात से ही युवा इकाई ने स्टाल सजा लिया था।
इस मौके पर कृष्णराव कापसे, शंकरराव मोरे, गोविंदराव मोरे, सुरेशराव जाधव, कमलाकर आंधले, आशीष राव शिंदे, कप्तानराव देशमुख, देवेश कदम, सचिन लाड, अभिनय मोरे, विवेक मगर, आकाश जगताप, निष्कर्षराव सूर्यवंशी, चंद्रकांत कदम, रियांश कदम, जैकी चौहान, वेदांत शिंदे, प्रक्षित कोकाटे ने सेवा कार्य में अपना विशेष सहयोग दिया।
अक्सर देखा जाता है कि जुलूस या धार्मिक आयोजन के दौरान कई संस्थाएं पानी, नाश्ते के लिए डिस्पोजल का उपयोग करती हैं, लेकिन फेंके गए डिस्पोजल को उठाने पर ध्यान नहीं देतीं। सड़क पर फैला कचरा शहर को बदशक्ल कर देता है। स्वच्छता को लेकर मराठा समाज ने जो नवाचार किया है, उससे अन्य संस्थाएं भी सीख ले सकती हैं। यह जानकारी समाज के मीडिया प्रभारी अभिनय मोरे ने दी।