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फॉरेस्ट बाय हार्टफुलनेस” द्वारा संचालित “सिटी फ़ॉरेस्ट” ने मध्य प्रदेश में 8 लाख से अधिक पौधों के साथ वृक्षारोपण कार्य शुरू किया।

भोपाल । फॉरेस्ट बाय हार्टफुलनेस व रतलाम के वन विभाग और बिबडोद की ग्राम पंचायत ने मिलकर रतलाम शहर के जामन, बिबडोद में सिटी फ़ॉरेस्ट के रूप में पर्यावरण पार्क विकसित करने का काम शुरू किया। परियोजना का शुभारंभ पार्क के सेक्टर डी में ‘भूमि पूजन’ के साथ किया गया। सामूहिक नगर वन के रूप में 42 हेक्टेयर भूमि के परिवर्तन को प्राप्त करने के लिए, हाल ही में कलेक्टर श्री नरेंद्र सूर्यवंशी, वन अधिकारी श्री आदर्श श्रीवास्तव और हार्टफुलनेस के क्षेत्रीय समन्वयक श्री संजय खंडेलवाल की अध्यक्षता में उपरोक्त संगठनों के बीच एक समझौता ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर किए गए।
 सिटी फॉरेस्ट प्रोजेक्ट का लक्ष्य 42 हेक्टेयर भूमि में 50000 से अधिक पौधे लगाना है। फिर भी उपरोक्त संगठनों द्वारा एक और वृक्षारोपण अभियान शिवगढ़ में सिटी फ़ॉरेस्ट के करीब 8 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य हासिल करेगा। मध्य प्रदेश वन विभाग और हार्टफुलनेस सरकार के गणमान्य व्यक्तियों द्वारा परियोजना का आधिकारिक उद्घाटन अप्रैल के पहले सप्ताह में होने वाला है।
 
 जंगल में लघु वनों से लेकर विभिन्न प्रकार के पौधे हैं, प्रस्ताव में घने जंगल, मियावाकी वन, कैक्टस उद्यान, तितली उद्यान, औषधीय वन, एक साइकिल-पथ, एक्यूप्रेशर पथ, ध्यान केंद्र और एक सामुदायिक केंद्र शामिल हैं।
 
वृक्षारोपण अभियान की शुरुआत में श्री श्री नीलेश शुक्ला, श्री रत्नेश विजयवर्गीय, वन अधिकारी , ग्राम पंचायत के सदस्य और हार्टफुलनेस के स्वयंसेवक उपस्थित थे। हार्टफुलनेस ने परियोजना के लिए राज्य के 6000 गांवों में से बिबडोद को चुनने के लिए ग्राम पंचायत के प्रमुख श्री पाटीदार की सराहना की। बिबदोद को चुने जाने का एक प्रमुख कारण यह था कि 1925 में श्री राम चंद्र मिशन के आदिगुरु लालाजी महाराज ने गाँव का दौरा किया था और वे लोगों और जगह से प्रभावित हुए थे। उनकी दृष्टि को ध्यान में रखते हुए वर्तमान मास्टर श्री कमलेश पटेल – दुनिया भर में हार्टफुलनेस ध्यान के मार्गदर्शक वृक्षारोपण अभियान को सफल बना रहे हैं।
 
श्री कमलेश पटेल “दाजी ” दुनिया भर में हार्टफुलनेस ध्यान के मार्गदर्शक ने कहा, “हम सभी केवल हमारे गुरु लालाजी महाराज के सोच को आगे बढ़ा रहे हैं। पौधों को हमारी जीवन शैली का एक अभिन्न अंग बनाया जाना चाहिए। पौधों के बिना हमारी पारिस्थितिकी अधूरी है। हमारा लक्ष्य हरित आवरण को बढ़ाना है तथा देश में लुप्तप्राय पौधों की प्रजातियों को बचाना और प्रचारित करना है। मध्य प्रदेश के लोगों में इस पर बढ़ती जागरुकता को देखकर मुझे खुशी है और मैं सरकार को विशेष धन्यवाद देता हूं।”
गुजरात के सेवानिवृत्त मुख्य वन अधिकारी श्री अशोक सक्सेना ने पहले इस परियोजना पर विस्तृत चर्चा की थी और वर्तमान परियोजना को शीघ्र पूरा करने के संदर्भ में सलाह भी दी। वन अधिकारी श्री ए के नागोरिया, वन अधिकारी श्रीमती सीमा सिंह, ग्राम पंचायत बिबडोद की सरपंच श्री अंबरम और हार्टफुलनेस के जोनल कोऑर्डिनेटर श्री संजय खंडेलवाल ने परियोजना की गतिविधियों को शुरू करने के अवसर पर अपने विचार साझा किए।
 
श्री संजय खंडेलवाल हार्टफुलनेस जोनल कोऑर्डिनेटर ने कहा, “हमारे आदिगुरु लालाजी महाराज को इस क्षेत्र के लोगों ने छुआ था। हमने तय किया कि हमें यहां के लोगों के लिए एक पर्यावरण पार्क बनाना चाहिए और हमें खुशी है कि हम इस मिशन को पूरा करने के मार्ग पर हैं।” हमारे पूज्य दाजी और इतने सारे हाथों के आशीर्वाद से जो इस अद्भुत कार्य के लिए एक साथ आए है।
यह पहली बार नहीं है कि मध्य प्रदेश सरकार का वन विभाग, फॉरेस्ट बाय हार्टफुलनेस के साथ हाथ मिलाने के लिए आगे आया है। पिछले साल रतलाम के पास जावरा में 25000 पौधरोपण अभियान चलाया गया था। । मध्य प्रदेश राज्य में हरित आवरण को बढ़ाने के लिए ।फॉरेस्ट बाय हार्टफुलनेस ने सरकार के साथ तीन समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए हैं। ध्यान केंद्र और मौन क्षेत्रों का परिदृश्य विकसित हो जाने के बाद सिटी फ़ॉरेस्ट की वर्तमान परियोजना जनता के लिए प्रारंभ हो जाएगी।
हार्टफुलनेस के बारे में: हार्टफुलनेस ध्यान अभ्यास और जीवन शैली में बदलाव का एक सरल तरीका प्रदान करता है, जिसे पहली बार बीसवीं सदी के अंत में विकसित किया गया और भारत में 1945 में श्री राम चंद्र मिशन के माध्यम से शिक्षण में औपचारिक रूप दिया गया। जिसका लक्ष्य एक समय में एक दिल में शांति, खुशी और ज्ञान लाना था। ये अभ्यास योग का एक आधुनिक रूप है जिसे एक उद्देश्यपूर्ण जीवन की ओर पहला कदम के रूप में संतोष, आंतरिक शांति, स्थिरता, करुणा, साहस और विचारों की स्पष्टता का समर्थन करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। जिनकी आयु पंद्रह वर्ष से अधिक है उनके लिए ये सरलता और आसानी से अपनाए जाने वाले हैं और जीवन के सभी क्षेत्रों, संस्कृतियों, धार्मिक विश्वासों और आर्थिक स्थितियों के लोगों के लिए उपयुक्त हैं। हजारों स्कूलों और कॉलेजों में हार्टफुलनेस अभ्यासों का प्रशिक्षण जारी है, और दुनिया भर के निगमों, गैर-सरकारी और सरकारी निकायों में 100,000 से अधिक पेशेवर व्यक्ति ध्यान कर रहे हैं। 160 देशों में स्थित 5,000 से अधिक हार्टफुलनेस केंद्रों को हजारों प्रमाणित स्वयंसेवको और प्रशिक्षको का समर्थन प्राप्त है।

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