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डीजीपी सक्सेना की नियुक्ति 11 महीने बाद हुई कंफर्म, आदेश जारी
भोपाल। मध्यप्रदेश पुलिस के मुखिया के तौर पर सुधीर कुमार सक्सेना ने पिछले साल चार मार्च को डीजीपी का पदभार ग्रहण किया था। उनके नियुक्ति आदेश भी उसी दिन जारी हुए थे। उन्होंने विवेक जौहरी का स्थान ग्रहण किया, जो चार मार्च 2022 को रिटायर हुए थे। तब से सक्सेना डीजीपी तो थे, लेकिन अस्थायी तौर पर।
मध्यप्रदेश के डीजीपी सुधीर कुमार सक्सेना को राज्य सरकार ने कंफर्म कर दिया है। पिछले साल जो आदेश आया था, उसमें अगले आदेश तक अस्थायी तौर पर उन्हें डीजीपी की जिम्मेदारी दी गई थी। अब उसे पुष्ट किया गया है।
मध्यप्रदेश सरकार ने सोमवार को आईपीएस अधिकारी सुधीर कुमार सक्सेना की डीजीपी पद पर नियुक्ति को कंफर्म कर दिया है। सक्सेना ने चार मार्च 2022 को पदभार ग्रहण किया था। उन्हें अस्थायी तौर पर जिम्मेदारी सौंपी गई थी। सोमवार को राज्य सरकार ने औपचारिक आदेश जारी कर उनकी नियुक्ति की पुष्टि की है।
सोमवार को गृह विभाग के सचिव रवींद्र सिंह के हस्ताक्षर से जारी आदेश में कहा गया है कि 1987 बैच के आईपीएस अधिकारी सुधीर कुमार सक्सेना को चार मार्च 2022 को जारी आदेश में अस्थायी रूप से डीजीपी बनाया गया है। उन्हें अगले आदेश तक यह जिम्मेदारी सौंपी गई थी। इसके बाद संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने 30 मई 2022 को हुई चयन समिति की बैठक में इस नियुक्ति को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तहत सही माना। औपचारिक प्रक्रिया यह होती है कि यूपीएससी की बैठक के बाद नियुक्ति आदेश जारी हो जाता है, लेकिन इसे आने में आठ महीने लग गए।
पिछले साल विवेक जौहरी से लिया था पदभार
सुधीर कुमार सक्सेना ने पिछले साल चार मार्च को डीजीपी का पदभार ग्रहण किया था। उनके नियुक्ति आदेश भी उसी दिन जारी हुए थे। उन्होंने विवेक जौहरी का स्थान ग्रहण किया, जो चार मार्च 2022 को रिटायर हुए थे। तब से सक्सेना डीजीपी तो थे, लेकिन अस्थायी तौर पर। खास बात यह थी कि 29 साल पहले विवेक जौहरी को रीप्लेस करते हुए ही सक्सेना ने 1994 में रतलाम के एसपी का चार्ज लिया था।