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जमीन को लेकर दो पक्षों में विवाद, थाने पहुंचा मामला, नहीं की कार्यवाही
भोपाल । राजधानी के बिलखिरिया थाने क्षेत्र में 8 दिन पहले दो में विवाद हुआ । विवाद के बाद एक पक्ष ने घायल होने पर थाने में शिकायत की गई थी। जिस पर पुलिस ने प्रकरण दर्ज होने के बाद कोई कार्यवाही नहीं की। साथ ही पुलिस राजीनामा के लिए दबाव बना रहीं है। राजधानी के थाना बिलखिरिया में 16, नवंबर को दो पक्षों में विवाद हो था जिसमें पुलिस द्वारा कार्यवाही नहीं करने को लेकर 22 नवंबर को भोपाल स्थित निजी रेस्टोरेंट में पीड़ितों द्वारा प्रेस वार्ता की गई । पीड़ित सर्जन सिंह ठाकुर ने बताया कि में ग्राम कोलुआ रायसेन रोड़ भोपाल निवासी हूँ, तथा मे खेती किसानी का काम करता हूँ। मेरी मेन रोड ग्राम कोलुआ खुर्द पर जमीन है। 16 नवम्बर को दोपहर 3 बजे की मे और मेरा बेटा खेत के आस पास ही थे तभी भूमाफिया वीर सिंह ठाकुर मेरे खेत पर आया और मेरे खेत पर रखे सामान को इधर उधर फेंकने लगा और कहने लगा कि यह जमीन मेरी है मैं इस जमीन पर कब्जा करूंगा। जमीन की बात को लेकर मुझसे विवाद करने लगा।मुझे गंदी गंदी गाली देने लगा और जब मैंने उसे गालियों देने से मना किया तो भूमाफिया वीर सिंह ठाकुर ने मेरे साथ मारपीट की जिससे मुझे बाँय कान में गंभीर चोट आई है। इतने में मेरा बेटा विनय सिंह ने आकर बीचबचाव किया तो भूमाफिया वीर सिंह ठाकुर ने मेरे बेटे के साथ भी मारपीट की जिससे मेरे बेटे को भी गंभीर चोट आई है । भूमाफिया वीर सिंह ठाकुर धमकी दी थी कि तुम लोगो ने अगर थाने जाकर रिपोर्ट कि तो मैं तुझे और तेरे बेटे को जान से खत्म कर दूंगा। इसके बाद मेने और मेरे बेटे ने बिलखिरिया थाने मे जाकर एफआईआर दर्ज कराई। उसके बावजूद भी वह भूमाफिया रोज अपने गुंडे-बदमाश लाकर धमकी देता है की अगर उसे कब्ज़ा नहीं करने दिया तो वह मुझे और मेरे बेटे को जान से मार देगा। अगर मुझे या मेरे परिवार को किसी भी प्रकार की हानि होती है तो उसका जिम्मेदार भूमाफिया वीर सिंह ठाकुर होगा।
पुलिस बना रही है राजीनामा का दबाव
पीड़ित के द्वारा बताया गया की हमारे विवाद को लगभग 8 दिन होने वाले हैं । प्रकरण दर्ज होने के बाद से आरोपियों पर कार्यवाही न कर हमारे ऊपर राजीनामा करने का दबाव बना रही है। इससे लगता है की बिलखिरिया थाने की पुलिस आरोपियों से मिली हुई है। इस लिए आरोपियों पर कोई कार्यवाही नहीं हो रही है।
जमीन खरीदी को लेकर है विवाद
जानकारी अनुसार पीड़ित सर्जन सिंह ठाकुर की मुख्य मार्ग पर स्थित जमीन का सौदा आरोपी वीर सिंह ठाकुर से लगभग 1 वर्ष पहले सौदा हुआ था । जिसका बकायदा अनुबंध भी हुआ सौदे के दौरान कुछ लाख रुपए पीड़ित पक्ष को दी गई थी शेष रहीं के लिए समय निर्धारित किया गया था उसके बाद ही रजिस्ट्री करने की बात हुई थी। लेकिन आरोपी वीर सिंह ठाकुर द्वारा अनुबंध की समय समाप्ति तक बची राशि नहीं दी गई। समय निकलने के बाद सीधे कब्जा करने पहुंच गया। पीड़ित ने अपनी अनुबंध में बची शेष राशि मांगी जो की आरोपी ने मना कर दिया । आरोपी बिना राशि चुकाए जमीन को अपने कब्जे में लेना चाह रहा था। इसी बात को लेकर दोनो पक्षों में विवाद हो गया। और बार मारपीट तक पहुंच गई।