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गोपाल भार्गव, तुलसीराम सिलावट एवं मीना सिंह मांडवे को मिला उत्‍कृष्‍ट मंत्री सम्‍मान

वरिष्‍ठों से सीखकर नए सदस्‍य अपने क्षेत्र में ज्‍यादा विकास कर सकते हैं : श्री गौतम

विधानसभा अध्‍यक्ष श्री गौतम ने प्रदान किए संसदीय उत्‍कृष्‍टता सम्‍मान
बारहमासी विधानसभा सत्र होती हैं समीतियां : श्री गौतम
भोपाल । मध्‍यप्रदेश विधानसभा के अध्‍यक्ष गिरीश गौतम ने मंगलवार को विधानसभा के मानसरोवर सभागार में आयोजित कार्यक्रम में संसदीय उत्‍कृष्‍टता सम्‍मान समारोह से मंत्रियों, विधायकों, पत्रकारों, अधिकारियों एवं कर्मचारियों को सम्‍मानित किया। इस अवसर पर सभा समितियों की संयुक्‍त बैठक का आयोजन भी किया गया जिसमें समिति के सभापतियों ने अपने कार्यकाल की प्रस्‍तुति दी।
इस अवसर पर सम्‍मानितजनों को बधाई देते हुए अपने उद्बोधन में विधानसभा अध्‍यक्ष श्री गिरीश गौतम ने कहा कि नए सदस्‍य यदि वरिष्‍ठ विधायकों से मागदर्शन लेकर सीखें तो वे अपने क्षेत्र में ज्‍यादा विकास कर सकते हैं। उन्‍होंने कहा कि आज हम सभी चुनौतियों से जूझ रहे हैं। खासतौर पर विधायकों के सामने कई नजरे होती हैं। एक तो क्षेत्र का मतदाता अपने सपनों के पूरा होने के लिए टकटकी बांधे विधायक की ओर देखता है। दूसरा मीडिया की भी नजर विधायक पर होती है। जनता की आकांक्षा अपेक्षा को पूरा करने की चुनौती भी विधायकों पर होती है।

श्री गौतम ने बताया किया जिन नए सदस्‍यों प्रश्‍न होते थे उनको बुलाकर वरिष्‍ठ सदस्‍यों के माध्‍यम से ब्रीफिंग करवाने कार्य विगत समय में किया गया है। उन्‍होंने कहा कि पुस्‍तकालय में अब कम ही सदस्‍य नजर आते हैं। यह आवश्‍यक है कि सदस्‍य पुस्‍कालय में नियमित में जाए। हम सभी यहां जनता का प्रतिनिधित्‍व करने आते हैं। हम सभी प्रयास करते हैं कि अपने क्षेत्र में ज्‍यादा से ज्‍यादा विकास कार्य हो जाएं। लेकिन हमें यह प्रयास करना है कि हम अपनी बात संयमित और प्रभावी तरीके से रखें तो कार्य अवश्‍य होगा।

 
श्री गौतम ने कहा कि वर्तमान में जब प्रत्‍यक्ष अप्रत्‍यक्ष कारणों से विधानसभा के सत्र लंबे नहीं नहीं चल रहे है तो समितियों के माध्‍यम से कार्य हो रहा है। इसलिए एक तरह से समितियां बारहमासी विधानसभा का सत्र होती हैं। समितियों का काम सामने कम आता है लेकिन वहां निश्चित तौर पर ज्‍यादा और महत्‍वपूर्ण कार्य होता है।
इस अवसर पर श्री गौतम ने प्रदेश के प्रथम मुख्‍यमंत्री पं. रविशंकर शुक्‍ल की स्‍मृति में उत्‍कृष्‍ट मंत्री सम्‍मान गोपाल भार्गव, लोक‍ निर्माण मंत्री, तुलसीराम सिलावट जल संसाधन मंत्री मीणा सिंह मांडवे, जनजातीय एवं अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री को प्रदान गया। पूर्व मुख्‍यमंत्री स्‍व. सुंदरलाल पटवा की स्‍मृति में उत्‍कृष्‍ट विधायक सम्‍मान विधायकगण लक्ष्‍मण सिंह, देवेंद्र वर्मा,  शैलेंद्र जैन, हिना लिखीराम कांवरे, आशीष गोविंद शर्मा, फुंदेलाल मार्को को दिया गया। प्रदेश की पहली महिला नेता प्रतिपक्ष श्रीमती जमुना देवी की स्‍मृति में उत्‍कृष्‍ट पत्रकार (प्रिंट मीडिया) का सम्‍मान दीपेश अवस्‍थी, विशेष संवाददाता पत्रिका एवं राजीव सोनी, वरिष्‍ठ संवाददाता पीपुल्‍स समाचार को प्रदान किया गया। माणिचंद्र वाजपेरी उत्‍कृष्‍ट पत्रकार (इलेक्‍ट्रॉनिक मीडिया) सम्‍मान विवेक पटैया ( आईबीसी-24) एवं सुधीर दंडोतिया ( न्‍यूज24) को प्रदान किया गया।
इसके साथ ही प्रदेश के प्रथम विधानसभा अध्‍यक्ष पं. कुंजीलाल दुबे की स्‍मृति में उत्‍कृष्‍ट विधानसभा अधिकारी पुरस्‍कार एम.एल.मनवानी अवर सचिव, नरेन्‍द्र कुमार मिश्रा अवर सचिव, करमजीत छिन्‍ना, सहायक संचालक सुरक्षा एवं मोहनलाल राय निज सचिव को प्रदान किया गया। प्रदेश के प्रथम विधानसभा सचिव श्री खं.के.रांगोले की स्‍मृति में उत्‍कृष्‍ट विधानसभा कर्मचारी पुरस्‍कार सुमित यादव सहायक मार्शल, नीरज उरमलिया भृत्‍य,  उर्मिला वर्मा फर्राश एवं रत्‍नेश मालवीय कुली को प्रदान किया गया।
इस अवसर पर संसदीय कार्यमंत्री डॉ. नरोत्‍तम मिश्रा, पूर्व विधानसभा अध्‍यक्ष डॉ. सीता सरन शर्मा, लोकलेखा समिति के सभापति पी.सी.शर्मा, प्राक्‍कलन समिति के सभापति रामपाल सिंह, अजा-अजा समिति के सभापति प्रदीप लारिया, पिछड़ा वर्ग समिति के सभापति जालम सिंह पटेल कृषि विकास समिति के सभापति बहादुर सिंह चौहान ने भी अपने विचार रखे। स्‍वागत उद्बोधन मध्‍यप्रदेश विधानसभा के प्रमुख सचिव ए.पी.सिंह ने दिया। इस अवसर पर मंत्रिगण, विधानसभा सदस्‍यगण, वरिष्‍ठ पत्रकार एवं गणमान्‍य नागरिक उपस्थित थे।

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