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मध्यप्रदेश में सरकार खरीदी और बेची जाती है : केजरीवाल

PM को कम पढ़ा-लिखा बताने का फायदा या नुकसान?

भोपाल । मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में  मंगलवार को अरविंद केजरीवाल पहुंचे। यहां उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा, ‘मध्य प्रदेश की सबसे बड़ी समस्या यह है कि यहां सरकार खरीदी और बेची जाती है।’
आम आदमी पार्टी ने मंगलवार को मध्य प्रदेश में चुनावी आगाज कर दिया। पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान मंगलवार भोपाल पहुंचे। यहां दोनों ने चुनावी बिगुल फूंकते हुए भाजपा-कांग्रेस पर जमकर हमले बोले। इस दौरान केजरीवाल ने प्रधानमंत्री को कम पढ़ा लिखा कहकर तंज भी कसा।
सबसे पहले जानिए केजरीवाल ने क्या कहा?
अरविंद केजरीवाल सोमवार को चुनावी राज्य राजस्थान पहुंचे थे। मंगलवार को वह मध्य प्रदेश पहुंचे। यहां उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा, ‘मध्य प्रदेश की सबसे बड़ी समस्या यह है कि यहां सरकार खरीदी और बेची जाती है। एक पार्टी चुनाव के बाद विधायक बेचने निकलती है कि विधायक ले लो, एक एमएलए इतने का। 10 पर डिस्काउंट मिलेगा। इन्होंने लोकतंत्र को बाजार बना दिया है। यहां खुलेआम एमएलए बिकते हैं और खरीदे जाते हैं। आज मध्य प्रदेश के एक-एक नागरिक मामा को हटाना चाहता है। पिछली बार भी हटा दिया था। लेकिन, बस नहीं चलता। कांग्रेस को वोट दो या भाजपा वोट दो लेकिन, सरकार तो बीजेपी की ही बनेगी।’ 
केजरीवाल ने कहा कि पूरा मध्य प्रदेश बदलाव चाहता है, लेकिन बेबस थे, मजबूरी थी, विकल्प नहीं था। लेकिन, अब AAP के रूप में विकल्प है। जैसे दिल्ली के अंदर ठीक किया, पंजाब के अंदर ठीक किया। अब मध्य प्रदेश को भी बदलेंगे। इसका ट्रेलर मिल चुका है। सिंगरौली में AAP की मेयर हैं। AAP की एंट्री हो चुकी है और आने वाले विधानसभा चुनाव में पूरी की पूरी फिल्म दिखाई जाएगी। 45 साल यहां कांग्रेस ने राज किया। 20 साल भाजपा ने राज किया। आपने मौका देने में कोई कसर नहीं छोड़ी। अगर कुछ करना चाहते तो कर देते। लेकिन, इन लोगों ने बारी-बारी लूटा। एक मौका बस इस बार AAP को देकर देख लो। अगर काम नहीं करूं तो दूसरी बार वोट मांगने नहीं आऊंगा।
प्रधानमंत्री पर क्या बोले केजरीवाल?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए केजरीवाल ने कहा, “जिस दिन प्रधानमंत्री ने मनीष को जेल भेजा, मुझे लगा देश के प्रधानमंत्री पढ़े लिखे होने चाहिए। अगर देश के प्रधानमंत्री पढ़े-लिखे होते तो उन्हें शिक्षा का महत्व पता होता। प्रधानमंत्री का पढ़ा-लिखा होना बहुत जरूरी है। अगर कम पढ़ा-लिखा प्रधानमंत्री होगा तो कोई भी आकर उनको बेवकूफ बना देगा। कोई आकर बोलेगा सर नोटबंदी कर दो भ्रष्टाचार-आतंकवाद खत्म हो जाएगा। अब अगर कम पढ़े-लिखे प्रधानमंत्री हैं, उनको समझ ही नहीं है। वो नोटबंदी कर दी उन्होंने, भ्रष्टाचार-आतंकवाद वैसा का वैसा ही है। पूरे देश को लाइनों में लगा दिया। लोगों के धंधे बंद हो गए। न भ्रष्टाचार खत्म हुआ, न आतंकवाद खत्म हुआ।” 
प्रधानमंत्री पर हमला करते हुए केजरीवाल ने कहा, “कम पढ़े-लिखे प्रधानमंत्री होंगे तो कोई आकर कहेगा ‘प्रधानमंत्री जी, सब से थाली बजवाओ, जो तरंगें निकलेंगी उससे कोरोना भाग जाएगा। पूरे देश से चम्मच थाली बजवा दी। इसलिए मैं कह रहा हूं देश के प्रधानमंत्री को पढ़े-लिखे होना बहुत जरूरी है।’
केजरीवाल का मुफ्त बिजली के नारे का कितना असर होगा?
मध्य प्रदेश की राजनीति पर नजर रखने वाले विशेषज्ञ कहते हैं कि आम आदमी पार्टी जिन राज्यों में जाती है, वहां दिल्ली की मुफ्त बिजली और अच्छी शिक्षा के मॉडल पर ही चुनाव लड़ती है। इसका उसे कुछ राज्यों में फायदा भी हुआ है। जहां तक मध्य प्रदेश की बात है तो राज्य में सिंगरौली, सीधी को छोड़कर बाकी जिलों में जमीनी कार्यकर्ता कम हैं। पार्टी ने सिंगरौली में मेयर चुनाव जरूर जीता है लेकिन, इससे ये कहना कि राज्य की सत्ता में आ जाएगी थोड़ा जल्दबाजी होगी।
केजरीवाल ने सभी सीटों पर चुनाव लड़ने का एलान किया, इसका नुकसान किसे ज्यादा होगा भाजपा या कांग्रेस?
विश्लेषक कहते हैं कि दिल्ली, पंजाब यहां तक कि गुजरात में भी आप का विस्तार जितना हुआ उससे सबसे ज्यादा नुकसान कांग्रेस को हुआ। ऐसे में हो सकता है कि 2023 में सत्ता पक्ष से नाराज वोटर जो कांग्रेस की तरफ जाता वह आप की तरफ जाए। ऐसा होने पर विपक्षी वोटों के बिखराव का फायदा भाजपा को मिल सकता है।
पूरे भाषण के दौरान केजरीवाल ने प्रधानमंत्री को कई बार कम पढ़ा-लिखा बताया, इससे AAP को फायदा होगा या नुकसान?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर होने वाले किसी भी व्यक्तिगत हमले को भाजपा अपने पक्ष में भुना लेती है। प्रधानमंत्री पर हमला किसी भी विपक्ष को फायदे से ज्यादा नुकसान पहुंचाता है। ऐसे में केजरीवाल के इस हमले पर जल्द ही जमकर सियासत हो सकती है।

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