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ग्रीनप्लाय इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने अपने सस्टेनेबिलिटी लक्ष्य को हासिल करने का रोडमैप बताने वाली अपनी पहली ईएसजी रिपोर्ट जारी की
सस्टेनेबिलिटी के साथ “मिलकर बढ़ना’’
नई दिल्ली । भारत के सबसे बड़े इंटीरियर इंफ्रा ब्राण्ड्स में से एक, ग्रीनप्लाय इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने अपनी पहली ‘सस्टेनेबिलिटी रिपोर्ट’ को जारी कर एक बार फिर नेतृत्व की भूमिका निभाई है। यह रिपोर्ट ग्लोबल रिपोर्टिंग इनिशियेटिव (जीआरआई) स्टैण्डर्ड्स के तहत मार्गदर्शन का संदर्भ लेकर बनाई गई है और ब्राण्ड की पहल ‘ईएसजी360’ के माध्यम से सस्टेनेबिलिटी की ओर इसकी यात्रा पर प्रकाश डालती है। यह भारतीय वुड पैनल उद्योग में किसी ब्राण्ड द्वारा जारी की गई पहली सस्टेनेबिलिटी रिपोर्ट है, जो इस सेक्टर में एक शानदार बदलाव दिखाती है। ग्रीनप्लाय को प्लायवुड, ब्लॉक बोर्ड्स, डेकोरेटिव वेनीर्स, फ्लश डोर्स और दूसरे संबद्ध उत्पादों की एक व्यापक श्रृंखला का उत्पादन करने में 30 वर्षों से ज्यादा का अनुभव है।
अपनी ईएसजी यात्रा के तहत, ग्रीनप्लाय आवश्यक विषयों के आधार पर प्रदर्शन के महत्वपूर्ण संकेतकों के सापेक्ष डाटा बनाने और प्रगति पर नजर रखने के लिये अपनी प्रणालियों और प्रक्रियाओं को मजबूत करेगी। इसके आगे, ग्रीनप्लाय ‘वैल्यू रिपोर्टिंग फाउंडेशन’ के अनुसार छह पूंजियों में रिपोर्टिंग करेगी, जिनमें विनिर्माण पूंजी, प्राकृतिक पूंजी, सामाजिक पूंजी, बौद्धिक पूंजी, वित्तीय पूंजी और मानव पूंजी शामिल हैं। छह पूंजियों का यह मॉडल कंपनी को एक संतुलित दृष्टिकोण प्रदान करेगा, जिससे न सिर्फ निवेश के निर्णय की प्रक्रिया में सुधार आएगा, बल्कि ब्रांड के लिए स्थायी विकास को एक व्यवहार के रूप में शामिल किया जाएगा और लक्ष्यों के महत्वाकांक्षी समूह पर फोकस किया जाएगा।
रिपोर्ट के लॉन्च पर ग्रीनप्लाय इंडस्ट्रीज लिमिटेड के संयुक्त प्रबंध निदेशक एवं सीईओ श्री मनोज तुलसियन ने कहा, “स्थायित्वपूर्णता विगत वर्षों से हमारी जड़ों से जुड़ी रही है। हम अपनी मूल रणनीति के तहत इस दर्शन को आगे बढ़ा रहे हैं और ईएसजी की पहल के साथ एक औपचारिक यात्रा शुरू कर रहे हैं तथा जिम्मेदारी से वृद्धि कर रहे हैं। ‘ईएसजी360’ के साथ ग्रीनप्लाय ने ऐसी व्यवसाय रणनीति बनाना शुरू कर दिया है, जो लोगों और अपने ग्रह का पूरा सम्मान करती है। हमें बड़ी आशा है कि सस्टेनेबिलिटी की यह रिपोर्ट आने वाले वर्षों में प्रगतिशील रूप से एक स्थायी और मजबूत संस्था बनने के लिये हमारे सभी प्रयासों की नींव का पत्थर रहेगी।”
सस्टेनेबिलिटी वाले दृष्टिकोण के साथ ग्रीनप्लाय विगत कई दशकों से व्यापक पौधारोपण गतिविधियाँ कर रही है, जिससे कच्चे माल की जिम्मेदारी से प्राप्ति हो रही है। पर्यावरण की सुरक्षा के अलावा, पौधारोपण की गतिविधि परितंत्र की वित्तीय सुगमता बनाये रखने में भी मदद करती है, क्योंकि इससे स्थानीय लोगों के लिये रोजगार का सृजन होता है। ग्रीनप्लाय को तिजित, नागालैण्ड में स्थित पौधारोपण के लिये अपनी सस्टेनेबल इकाई के लिये फॉरेस्ट स्टीवार्डशिप काउंसिल (एफएससी®) से एफएससी®- एफएम (फॉरेस्ट मैनेजमेंट) प्रमाणन मिला है। और यह पहली कंपनी है, जिसे भारत के इंटीरियर इंफ्रा सेगमेंट में सफलतापूर्वक यह प्रमाणन मिला है। अब तक ग्रीनप्लाय ने लगभग 24,500 एकड़ इलाके में करीब 19.5 मिलियन पौधे लगाए हैं।
ग्रीनप्लाय नेट ज़ीरो-वेस्ट कंपनी बनने की कोशिश में है। कंपनी सारे कचरे की खपत बॉइलर्स में ईंधन के तौर पर करती है, उदाहण के लिये: प्लायवुड के उत्पादन की प्रक्रिया में बनने वाले वुड चिप्स का इस्तेमाल ऊर्जा उत्पादन के लिये होता है। उत्पादन के अपशिष्ट जल को भी उन रिजर्वोइर्स में चैनल किया जाता है, जो स्प्रिंकलर्स को पानी देते हैं, जिससे भूमिगत जल के स्तर की पूर्ति में सहायता मिलती है। ग्रीनप्लाय उत्सर्जन कम करने और नवीकरण योग्य ऊर्जा की उत्पत्ति के लिये गतिविधियाँ करती रही है। सभी कारखानों में पर्यावरण के अनुकूल ऊर्जा (ग्रीन एनर्जी) बनाने के लिये रूफटॉप सोलर पैनल्स इंस्टॉल किये गये हैं। इसके अलावा, परिवहन की भीतरी जरूरतों के लिये इलेक्ट्रिक वाहन और ईवी फोर्कलिफ्ट हैं। कंपनी वूड एण्ड पैनल उद्योग में पहली है, जिसने अपने उपभोक्ताओं की सेहत का ध्यान रखते हुए ज़ीरो एमिशन (ई-0) प्रोडक्ट्स की एक श्रृंखला प्रस्तुत की है और फॉर्मेल्डीहाइड के उत्सर्जन को नगण्य या शून्य के बराबर तक कम किया है, ताकि इनडोर हवा की गुणवत्ता सुरक्षित रहे।