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ओलावृष्टि मुआवजा कीआठ माह बाद भी नहीं की गई 1.8 करोड़ की रिकवरी

भिण्ड । चंबल संभाग आयुक्त दीपक सिंह ने 16 दिसंबर 2012 को दी अपनी जांच रिपोर्ट में विभिन्न 14 हल्कों के पटवारियों के अलावा संबंधित आरई व अन्य राजस्व अधिकारियों को भी दोषी माना है। इसके अलावा उन्होंने जिन खातों में धनराशि पहुंचाई गई उनसे रिकवरी किए जाने का आदेश भी दिया। है कि महज तीनों के पटवारियों पर ही एफआईआर दर्ज हो पाई। उक्त मामले में लिप्त शेष हल्कों के पटवारी आरआई व राजस्व अधिकारी बेदाग बने हुए हैं। वहीं रिश्तेदारों और रसूखदारों के खातों पहुंची राशि की वसूली भी नहीं हो पाई है।

विकास खंड गोहद अंतर्गत वर्ष 2022 में ओलावृष्टि मुत्रावजा वितरण में हुए एक बनी एक करोड़ 8 लाख 7 हजार 7 सो पिंचायनवे रुपए घोटाले के बाद न तो सभी के खिलाफ एफआईआर की गई और ना ही अपात्र व्यक्तियों को किमान दर्शाकर उनसे बैंक खातों में पहुंचाई गई धनराशि की रिकवरी की गई है। 
गोहद क्षेत्र के 14 पटवारी हलकों में 639 किसानों के नाम से मुआवजा राशि जारी की गई जिसे पटवारी, आर आई, तहसीलदार की सांठगांठ रिश्तेदारों और रसूखदारों के बैंक खाली में डलवाकर आहरण कर ली गई है।
कांग्रेस के प्रदेश महासचिव केशव की गोहद से टिकट की दावेदारी 
विधानसभा क्षेत्र से टिकिट की दावेदारी जता रहे प्रदेश महासचिव केशव देसाई तथा उनके बेटे राहुल जनप्रतिनिधि बनने से पूर्व ही किसानों की राशि डकार गए। केशव देसाई के नर्मदा झाबुआ ग्रामीण बैंक खाता क्रमांक_202518210060759 में वास्तविक कृषक श्रीकृष्ण पुत्र झिंगुरी के हक की मुआवजा रस 5 हजार रुपए और दूसरी बार पीड़ित किसान पुत्र मंगल सिंह के नाम से जारी हुई 5850 रुपए डाली गई। वहाँ उनके बेटे राहुल देसाई सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया शाखा मालनपुर के बैंकखाता कमांक 3539340614 में पीड़ित किसान विशाल सिंह पुत्र जगदीश सिंह के नाम जारी 39900 रुपए ब दूसरी बार किसान रामेसेवक पुत्र मंशाराम के नाम से जारी राशि 5000 रुपए डाली गई। ज्यादातर ओला वृष्टि की राशि रशुखदारो के खातों में डाली गई जिससे अभी तक वसूली भी नहीं पाई है। 

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