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आईआईएम अहमदाबाद में निसान इंडिया में आए बदलावों को केस स्टडी के तौर पर किया शामिल

गुरुग्राम । निसान ने भारत में बिग, बोल्ड एंड ब्यूटिफुल तथा कारोबार में नयापन लाने वाली निसान मैग्नाइट को तीन वर्ष पहले दिसंबर, 2020 में कोविड-19 महामारी के चुनौतीपूर्ण दौर में लॉन्च किया था, और तब से इसने निसान इंडिया के कारोबार में बड़े बदलाव लाने में अहम् भूमिका अदा की है। अपनी इनोवेटिव खूबियों के कारण निसान मैग्नाइट तुरंत ही ग्राहकों की पसंद बन गई और लॉन्च के पहले महीने में ही 32,800 ग्राहकों ने इसकी बुकिंग की। इसने एसयूवी, सेडान और हैचबैक सेगमेंट के ग्राहकों को अपनी ओर आकर्षित कर तमाम सीमाएं तोड़ दीं और ऑटो जर्नलिस्ट व मीडिया क्षेत्र से कई पुरस्कार हासिल किए। 

इसके लॉन्च और उसके पीछे की रणनीति की सफलता की शानदार कहानी का उल्लेख अब भारतीय प्रबंध संस्थान अहमदाबाद (आईआईएमए) द्वारा तैयार की गई केस स्टडी में किया गया है। 
इस केस स्टडी का शीर्षक “महामारी के दौर में मैग्नाइट की लॉन्चिंग: भारत में निसान का पुनरुत्थान” है। इस केस स्टडी को प्रोफेसर अमित कर्ण, प्रोफेसर ऑफ स्ट्रैटेजी, 
आईआईएमए और उनकी रिसर्च सहायक बुशरा कुरैशी ने तैयार किया है। इसमें योजना से लेकर उसे लागू करने तक निसान इंडिया के पूरे सफर की कहानी को शामिल किया है। इसके अलावा, प्रमुख चुनौतियों और अवसरों का उल्लेख किया गया है। साथ ही, महामारी के दौरान निसान मैग्नाइट को लॉन्च करने के दौरान सामने आई बाधाओं का समाधान करने के लिए किए जाने वाले इनोवेशन के बारे में भी जानकारी दी गई है। इस केस स्टडी में यह भी बताया गया है कि किस तरह निसान इंडिया ने अपनी इनोवेटिव निसान नेक्स्ट स्ट्रैटेजी का लाभ उठाकर अत्यधिक प्रतिस्पर्धी भारतीय ऑटो बाज़ार में अपनी स्थिति को मज़बूती दी।  
राकेश श्रीवास्तव, मैनेजिंग डायरेक्टर, निसान मोटर इंडिया ने कहा, “हमें गर्व है कि कारोबार में नयापन लाने वाली बड़ी, आकर्षक और खूबसूरत निसान मैग्नाइट की सफलता की कहानी का उल्लेख दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बी-स्कूल में से एक आईआईएमए ने किया है। इस केस स्टडी से असल दुनिया की कारोबारी चुनौतियों का समाधान चाहने वाले भविष्य के नेतृत्व को और योजनाओं को लागू करने की सर्वश्रेष्ठ प्रक्रियाओं के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिलेगी। हमें उम्मीद है कि यह केस स्टडी खास तौर पर अनिश्चितता के दौर में बदलावों और इनोवेशन को अपनाकर चुनौतियों से पार करने के लिए प्रेरित करेगी। निसान मैग्नाइट ने अत्यधिक प्रतिस्पर्धी ऑटो बाज़ार में निसान की स्थिति को मज़बूती देने में अहम भूमिका निभाई है जिससे भारत में निवेश के प्रति प्रतिबद्धता भी बढ़ी है।”
प्रोफेसर अमित कर्ण, केस स्टडी के सह-लेखक ने कहा, “भारत में निसान द्वारा मैग्नाइट की लॉन्चिंग का यह केस असल जीवन की ऐसी परिस्थितियों को दर्ज करने के लिए संगठनों के साथ सक्रिय तौर पर जुड़ने की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती है जिनसे छात्रों को लगातार बदलते कारोबारी परिदृश्यों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिल सके। चुनौतीपूर्ण स्थितियों में निसान मैग्नाइट को लॉन्च करने की कहानी मैनेजमेंट के छात्रों के लिए बेहद आकर्षक परिदृश्य पेश करते हैं जिसका वे विश्लेषण कर सकते हैं और उससे सीख सकते हैं। आईआईएमए में हम ऐसे सहयोग को बढ़ावा देने के प्रति समर्पित हैं जिनसे न सिर्फ हमारे छात्रों के सीखने के अनुभव को बेहतर बनाने में मदद मिलती है, बल्कि हम रणनीतिक प्रबंधन के क्षेत्र में सामूहिक ज्ञान में महत्वपूर्ण योगदान भी दे पाते हैं।”
निसान इंडिया को शानदार वैश्विक योगदान देने के लिए 2020 में ग्लोबल निसान प्रेसिडेंट अवॉर्ड देकर पुरस्कृत किया गया। सबकॉम्पैक्ट एसयूवी निसान मैग्नाइट को ग्राहकों और आलोचकों ने उसकी स्टाइलिश डिज़ाइन, भरपूर जगह वाले इंटीरियर और आधुनिक खूबियों की वजह से खूब पसंद किया। हाल ही में निसान ने मैग्नाइट के दो नए संस्करण: मैग्नाइट ईज़ी-शिफ्ट और मैग्नाइट कुरो स्पेशन एडिशन, पेश किए हैं। इन दोनों संस्करणों में ढेरों ऐसी खूबियां हैं जो भारतीय ग्राहकों की अलग-अलग तरह की ज़रूरतों को पूरा करती हैं जिनकी वजह से यह बहुत ही काम की बन जाती है। निसान की सबसे ज़्यादा बिकने वाली गाड़ी के तौर पर निसान मैग्नाइट, लगातार किए जाने वाले इनोवेशन, आधुनिक टैक्नोलॉजी और जापानी इंजीनियरिंग उत्कृष्टता से युक्त निसान के ग्लोबल एसयूवी डीएनए का प्रमाण है। 
निसान मोटर इंडिया की ‘मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्‍ड’ सोच के अनुरूप बिग, बोल्‍ड, ब्‍युटिफुल निसान मैग्नाइट ने अपनी 100,000वीं यूनिट का निर्माण कर एक महत्वपूर्ण मुकाम हासिल कर लिया है। दुनियाभर के 15 ग्‍लोबल मार्केट्स में निर्यात की जा रही मैग्नाइट को हाल में सेशेल्‍स, बांग्‍लादेश, उगांडा तथा ब्रुनई में लॉन्‍च किया गया है। हाल के वर्षों में, निसान इंडिया ने अपने प्राथमिक निर्यात बाजार को यूरोप से हटाकर पश्चिम एशियाई देशों जैसे सऊदी अरब, संयुक्‍त अरब अमीरात, ओमान, कतर, बाहरीन और कुवैत में शिफ्ट किया है।

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