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बीजेपी में न खाऊंगा, न खाने दूंगा’ को बदलकर ‘तुम खाओ, मुझे भी खिलाओ’ : सिद्धारमैया

बेंगलोर । विधानसभा में विपक्ष के नेता सिद्धारमैया ने भी प्रधानमंत्री से पूछा, क्या हम यह मान सकते हैं कि जब तक भ्रष्ट धन का हिस्सा आप तक नहीं पहुंच जाता, तब तक कर्नाटक भाजपा के ये सभी बेशर्म भ्रष्ट नेता सुरक्षित रहेंगे और खुलेआम घूमेंगे?
लोकायुक्त द्वारा दायर भ्रष्टाचार के एक मामले में भाजपा विधायक की कथित संलिप्तता के बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिद्धारमैया ने सवाल उठाए। सिद्धारमैया ने रविवार को पूछा कि क्या उन्होंने अपने नारे ‘न खाऊंगा, न खाने दूंगा’ को बदलकर ‘तुम खाओ, मुझे भी खिलाओ’ कर दिया है। 
हिंदी मुहावरे ‘न खाऊंगा, न खाने दूंगा’ का मतलब है- रिश्वत नहीं लूंगा, न ही किसी और को ऐसा करने दूंगा। वहीं ‘तुम भी खाओ, मुझे भी खिलाओ’ का मतलब है – आप भी रिश्वत लें और मुझे भी उसका हिस्सा दें। कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री ने सिलसिलेवार ट्वीट करके ऐसे समय पीएम मोदी पर निशाना साधा है, जब वह राज्य के मांड्या और धारवाड़ जिलों का दौरा कर रहे हैं। राज्य में मई में विधानसभा चुनाव होने हैं। 
सिद्धारमैया ने ट्वीट में पूछा, नरेंद्र मोदी, लोकायुक्त द्वारा विधायक विरुपाक्ष (मदल विरुपाक्षप्पा) और उनके बेटे द्वारा किए गया भ्रष्टाचार उजागर होने के बावजूद आप चुप क्यों हैं? क्या उस भ्रष्ट धन में आपकी भी हिस्सेदारी है? एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, क्या कर्नाटक भाजपा का एक भ्रष्ट और बेशर्म विधायक आप जैसे सर्वोच्च नेता के समर्थन के बिना प्रोटेस्ट मार्च पर जा पाएगा? क्या भाजपा के सभी नेता बेशर्म हैं? एक दूसरे ट्वीट में उन्होंने कहा, क्या नरेंद्र मोदी ने अपना नारा बदलकर ‘तुम खाओ, मुझे भी खिलाओ’ कर दिया है?
विरुपाक्षप्पा रिश्वत के एक मामले में आरोपी हैं। वहीं उनके बेटे और एक सरकारी अधिकारी को राज्य लोकायुक्त पुलिस ने कथित रूप से धन एकत्र करते हुए पकड़ा था। विधानसभा में विपक्ष के नेता सिद्धारमैया ने भी प्रधानमंत्री से पूछा, क्या हम यह मान सकते हैं कि जब तक भ्रष्ट धन का हिस्सा आप तक नहीं पहुंच जाता, तब तक कर्नाटक भाजपा के ये सभी बेशर्म भ्रष्ट नेता सुरक्षित रहेंगे और खुलेआम घूमेंगे? 

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