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नए सर्वे में प्रेसिडेंट से आगे वाइस प्रेसिडेंट; ट्रम्प इन दोनों पर भारी पड़ रहे
वॉशिंगटन । अमेरिकी जनता 2024 में अपना 47वां राष्ट्रपति चुनेगी। प्रेसिडेंट जो बाइडेन और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प फिर प्रेसिडेंशियल इलेक्शन में उतरने का इरादा जता चुके हैं। भरोसेमंद माने जाने वाले ‘मोनमाउथ यूनवर्सिटी’ के सर्वे रिजल्ट्स सामने आए तो कई लोग हैरान रह गए। अप्रूवल रेटिंग के मामले में बाइडेन वाइस प्रेसिडेंट कमला हैरिस से 1 प्रतिशत वोट से पिछड़ गए। डिस-अप्रूवल रेटिंग में भी कमला 3 प्रतिशत वोट से आगे रहीं। हालांकि, बाइडेन-कमला की डेमोक्रेट पार्टी के लिए ये फिर भी अच्छी खबर नहीं है, क्योंकि रिपब्लिकन पार्टी के डोनाल्ड ट्रम्प इन दोनों से काफी आगे नजर आ रहे हैं।
इस सर्वे या पोल के मुताबिक- फिलहाल, व्हाइट हाउस में मौजूद बाइडेन के लिए जुलाई 2023 के बाद से वक्त अच्छा नहीं रहा। 81 साल के बाइडेन को महज 34 प्रतिशत अमेरिकी एक और कार्यकाल देना चाहते हैं। इसे अप्रूवल रेटिंग कहा जाता है। 61 प्रतिशत अमेरिकी अब बाइडेन को एक और मौका नहीं देना चाहते। यानी ये उनकी डिस-अप्रूवल रेटिंग हुई। अब बात करते हैं वाइस प्रेसिडेंट कमला हैरिस के हवाले से। हैरिस अप्रूवल रेटिंग के मामले में 35 प्रतिशत वोट हासिल करके अपने बॉस से 1 प्रतिशत आगे हैं। ‘द हिल’ की रिपोर्ट कहती है- ये 1त्न इसलिए बहुत अहम है, क्योंकि कमला बहुत पीछे से आगे निकली हैं और डेमोक्रेट पार्टी के अंदर अब इस सिलसिले के रुकने के आसार कम ही नजर आते हैं। कमला की डिस-अप्रूवल रेटिंग 57 प्रतिशत है और ये बाइडेन से 4 प्रतिशत कम है। लब्बोलुआब को देखें तो अगर डेमोक्रेट पार्टी किसी नेता को अगले प्रेसिडेंट के तौर पर प्रोजेक्ट करती है तो जाहिर है इस रेस में कमला अप्रूवल और डिस-अप्रूवल रेटिंग के लिहाज से आगे नजर आ रही हैं। यानी लोग हैरिस को बाइडेन से बेहतर कमांडर इन चीफ मान रहे हैं।
कहां फेल हो रहे हैं बाइडेन
कुछ लोग ऐसे भी हैं जो न तो डेमोक्रेट्स को फेवर करते हैं और न रिपब्लिकन्स को। इस लिहाज से बाइडेन लोकप्रियता खोते जा रहे हैं। मसलन, जुलाई में 24 प्रतिशत लोगों ने उनके पक्ष में वोट किया था। अब 14 प्रतिशत ही चाहते हैं कि बाइडेन ही बेहतर रहेंगे। इमीग्रेशन के मामले में 69 प्रतिशत और महंगाई के मोर्चे पर 68 प्रतिशत अमेरिकी बाइडेन को नाकाम मानते हैं। मोनमाउथ यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर पैट्रिक मुरे कहते हैं- कोविड के बाद महंगाई के तूफान को संभालने में बाइडेन नाकाम साबित हुए और हमारा डेटा यही बता रहा है। 69 प्रतिशत अमेरिकी अब भी मानते हैं कि इकोनॉमी सही रास्ते पर नहीं है। सिर्फ 20 प्रतिशत अमेरिकी ऐसे हैं कि अर्थ व्यवस्था में सुधार हो रहा है। 2020 में ट्रम्प के बारे में डेटा यही बता रहा था।
साथियों से खफा राष्ट्रपति
पिछले दिनों वॉशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट में दावा किया गया था कि पोल और सर्वे में खुद को पिछड़ते देख बाइडेन अपने ही साथियों से नाराज चल रहे हैं। 9 नवंबर को उन्होंने कहा था- आपको किसी पोल या सर्वे देखने की जरूरत ही क्या है। 10 में से 8 पोल्स में हम आगे हैं, सिर्फ दो में पीछे हैं। आप ये बताइए कि मैं अगर सर्वे में पिछड़ रहा हूं तो इसको सुधारने के लिए आप लोग क्या कर रहे हैं। सिर्फ बाइडेन ही क्यों, उनकी हमसफर जिल बाइडेन भी पति को सर्वे में पिछड़ते देखकर नाखुश हैं। ‘रियल क्लीयर पॉलिटिक्स’ के सर्वे में पिछले हफ्ते दावा किया गया था कि डोनाल्ड ट्रम्प इस वक्त बाइडेन से करीब 4 प्रतिशत वोट से आगे हैं।