Uncategorized

इंदौर : चोरों के आतंक से परेशान, उद्यमियों को स्वयं करना पड़ रही चौकीदारी

कमिश्नर प्रणाली तो लागू हुई, पुलिस बल उपलब्ध नहीं
इंदौर । जिले में उद्योग क्षेत्र में चोरों का आतंक बढ़ता जा रहा है जिससे छोटे उद्यमियों को स्वयं ही रात को चौकीदारी करना पड़ रही है। प्रदेश कैक्सांस महत्व पूर्ण व्यापारिक शहर इंदौर में सुरक्षा को लेकर यह स्थिति है तो फिर अन्य शहरों की स्थिति कैसी होगी । इंदौर को मध्यप्रदेश की मिनी मुंबई कहा जाता है। प्रदेश सरकार कब छोटे उद्यमियों को सुरक्षा मुहैया नहीं करा पा रही है। यह सब स्थिति प्रदेश में पुलिस की भारी कमी के चलते है। जब प्रदेश के दो जिलों में पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू की गई तब सरकार ने इन दो जिलों में अतिरिक्त पुलिस बल मुहैया करवाया था जो की झजनसंख्या और उद्योग की सुरक्षा के लिए अपर्याप्त है। इस लिए इंदौर में चोरों का आतंक बढ़ता जा रहा है। इसलिए उद्यमियों को अपने उद्योग की सुरक्षा के लिए रात्रि में स्वयं चौकीदारी करना पड़ रही है 
सीसीटीवी कैमरे लगे, फिर भी नहीं थम रही वारदातें
पालदा औद्योगिक क्षेत्र में 350 फैक्ट्रियां हैं। अधिकांश में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। इसके बाद भी वारदातें थम नहीं रही हैं। कई बार बदमाश सीसीटीवी कैमरे तोड़कर या केबल काटकर चोरी करते हैं। ट्रकों की तिरपाल काटकर सामान चोरी करते हैं। थाने में शिकायत व सीसीटीवी फुटेज देने के बाद भी अपराधी पकड़ में नहीं आते हैं।
दो साल से पुलिस चौकी की मांग
पालदा औद्योगिक क्षेत्र में चोरी की घटनाओं के अलावा कई बार हम्मालों के बीच विवाद हो जाता है। यही वजह है कि पालदा औद्योगिक संगठन द्वारा दो वर्षों से क्षेत्र में पुलिस चौकी बनाने की मांग की जा रही है, लेकिन पुलिस प्रशासन का सहयोग अभी तक नहीं मिला है। रात को पुलिस का गश्ती दल वाहन का सायरन बजाते हुए एक राउंड घूमकर चला जाता है।
तीन माह पहले निजी सुरक्षा एजेंसी को दी जिम्मेदारी
क्षेत्र के 50 उद्योगों ने निजी सुरक्षा एजेंसी को जिम्मा दिया है। इस पर प्रतिमाह 50 से 55 हजार रुपये खर्च आ रहा है। एजेंसी के आठ से दस लोग रात 10 से सुबह 8 बजे तक बाइक पर और चार पहिया वाहन में घूमते हैं। पिछले तीन माह में इस दल ने दो बार चोरों को पकड़ा तो वो लोहे के पाटे व अन्य का सामान छोड़कर भाग गए। ऐसे में एसोसिएशन ने उस सामान को आजाद नगर थाने में जमा करवाया।
नहीं मिल रहा पुलिस का सहयोग
पालदा औद्योगिक संगठन के प्रमोद जैन का कहना है कि हम दो साल से क्षेत्र में पुलिस चौकी की मांग कर रहे हैं। सभी उद्योगों में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, फिर भी चोरियां नहीं थमी। रात में पुलिस का वाहन सिर्फ एक बार क्षेत्र में सायरन बजाकर चला जाता है। पुलिस से सहयोग न मिलने के कारण रात में निजी एजेंसी को पेट्रोलिंग के लिए रखना पड़ा है।
इनका कहना है 
पुलिस बल आते ही बनेगी चौकी, सुरक्षा बढ़ाएंगे : पुलिस आयुक्त

Related Articles