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जौहर यूनिवर्सिटी को चंदे में बड़ी रकम देने वालों पर आईटी का ‎शिकंजा

रामपुर । सपा नेता आजम खान के बाद उनके करीबियों के घर आयकर की छापेमारी चल रही है। ले‎किन इसका दायरा और बढ़ सकता है। सूत्रों बताते हैं ‎कि मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय को मोटा चंदा देने वाले अब आईटी के रडार पर हैं। इनमें कई बड़े ठेकेदार, कुछ सफेदपोश, बिजनेसमैन से लेकर अफसर भी शा‎मिल हैं। बताया जा रहा है ‎कि पहले ईडी भी ऐसे 20 लोगों को नोटिस जारी कर पूछताछ कर चुकी है। अब आईटी ने ‎शिकंजा कसना शुरु कर ‎दिया है। भाजपा नेता आकाश सक्सेना की शिकायत पर शुरू हुई जांच के बाद पूर्व में ईडी ने आजम के खिलाफ मनी लॉंड्रिंग का केस लखनऊ में दर्ज किया था। आरोप था कि आजम खां ने 2012 में सपा की सरकार बनने के बाद 560 एकड़ भूमि में जौहर विवि का निर्माण शुरू कराया। इसमें नियमों और कानून को ताक पर रखकर बहुत बड़ी मात्रा में सरकारी धन का दुरुपयोग और सरकारी जमीनों को कब्जाकर निर्माण किया गया। आरोप यह भी था कि आजम खां ने अपने ठेकेदारों, उद्योगपतियों से करोड़ों रुपये चंदे के रूप में लेकर काले धन को सफेद किया। इस मामले में जब आजम खां सीतापुर की जेल में बंद थे तो ईडी ने उनसे पूछताछ करते हुए 20 लोगों को नोटिस भी जारी किया था। अब जब आयकर की रामपुर में आजम खां के करीबी ठेकेदारों के घरों-दफ्तरों पर छापामारी की बड़ी कार्रवाई चल रही है तो आईटी ने ईडी की उस जांच को भी आयकर ने अपनी सर्च में शामिल किया है।

अपनी शिकायत में आकाश सक्सेना ने आरोप लगाया गया था कि जिन-जिन लोगों से बड़ा चंदा लिया गया है, उनमें से सैकड़ों लोगों को यह भी पता नहीं कि उनके नाम की रसीदें काट दी गई हैं। कई लोगों के आयकर रिटर्न दाखिल नहीं किए गए हैं। सपा के राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व मंत्री आजम खां के करीबी ठेकेदारों के यहां दूसरे दिन भी आयकर की छापामारी जारी रही। पीडब्ल्यूडी, जल निगम और सीएंडडीएस के बड़े ठेकेदारों से आयकर के अधिकारी दिन भर सवाल-जवाब करते रहे। करीब 34 घंटे तक चली आयकर की कार्रवाई, शनिवार की शाम छह बजे तक चली। पिछले दिनों आजम खां के घर पर छापामारी की गई थी, जिसके बाद जौहर विवि में कानपुर से सीपीडब्ल्यूडी की टीम को लाकर भवनों के निर्माण पर हुए खर्च का मूल्यांकन कराया था। आजम के करीबी बड़े ठेकेदार फरहत खां के यहां आयकर टीम को 20 लाख के आभूषण और 28 हजार की नकदी मिली।

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